नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल बोर्ड (व्यापमं) घोटाले के सिलसिले में गुरुवार को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में करीब 40 जगहों पर छापेमारी की जिसमें इस घोटाले के कथित मस्टरमाइंड जगदीश सागर और मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) धनराज यादव के घर पर भी छापेमारी हुई।

व्यापमं घोटाले से जुड़ी 35 रहस्यमयी मौतों के बीच तलाशी अभियान में सहायता के लिए रवाना हुए सीबीआई के एक अधिकारी की सेहत बिगड़ जाने से एक बार फिर खौफ पैदा हो गया।

पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बिंदु शेखर झा जब मालवा एक्सप्रेस में सवार होने वाले थे तो अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इस घटना के बाद अटकलें पैदा हो गईं कि हो सकता है उन्हें नशीला पदार्थ दिया गया हो।

अटकलों पर तब विराम लगा जब सीबीआई ने स्पष्ट किया कि उनका ब्रेन हैमरेज हुआ था और यह नशीला पदार्थ देने का मामला नहीं है और अब तक इसमें कोई साजिश नहीं दिखी है। झा को ग्वालियर के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।

सूत्रों ने बताया कि व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में सीबीआई ने करीब 40 जगहों पर छापेमारी की।

उन्होंने बताया कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रीवा, जबलपुर, लखनऊ और इलाहाबाद समेत कई अन्य शहरों में छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि ये छापे किसी खास मामले को लेकर नहीं थे बल्कि परीक्षाओं के आयोजन में भ्रष्ट गतिविधियों की व्यापक साजिश का पर्दाफाश करने के लिए यह कार्रवाई की गई।

सूत्रों ने बताया कि व्यापमं घोटाले में सीबीआई की ओर से मामले दर्ज करने की शुरुआत के बाद एजेंसी की ओर से की गई यह पहली छापेमारी है।