आखिरकार वही हुआ जिसका डर था, एक बार फिर सूपड़ा साफ, एक बार फिर विदेश में चारों खाने चित हुई धौनी की विश्व चैंपियन टीम। न्यूजीलैंड ने भारत को सीरीज का अंतिम व पांचवां वनडे भी रन से हराते हुए सीरीज पर 4-0 से कब्जा कर लिया है। न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए 304 के लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम वेलिंग्टन में 49.4 ओवर के अंदर 216 रन पर ही ढेर हो गई और 87 रनों से मैच गंवा दिया।

टॉस जीतकर भारत ने कीवी टीम को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया और मेजबान टीम ने 303 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया। 304 रनों के लक्ष्य के जवाब में उतरी टीम इंडिया को पहला झटका रोहित शर्मा के रूप में लगा जो 4 रन बनाकर पांचवें ओवर की तीसरी गेंद पर ही मिल्स की गेंद पर टेलर के हाथों कैच होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद 20 के कुल स्कोर पर शिखर धवन (9) भी सस्ते में आउट हो गए, धवन को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे मैट हेनरी ने नाथन मैकुलम के हाथों कैच कराया। सलामी जोड़ी के ढेर हो जाने के बाद उम्मीद थी कि रहाणे और विराट खूंटा गाड़ेंगे, लेकिन रहाणे 2 रन बनाकर 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर 30 के कुल स्कोर पर हेनरी को उनका दूसरा विकेट थमा बैठे। रहाणे को हेनरी ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। इसके बाद रायुडू कुछ देर तक जरूर टिके लेकिन 78 के कुल स्कोर पर 24वें ओवर की आखिरी गेंद पर वो भी 20 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद विराट कोहली पिच पर मजबूत नजर आ रहे थे और तेजी से अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन कोहली को नाथन मैकुलम ने यंग के हाथों कैच करा दिया। कोहली 82 रनों पर आउट हो गए। बस उनका विकेट गिरते ही भारतीय टीम की हार करीब लगने लगी, चूंकि धौनी पिच पर थे इसलिए आखिरी उम्मीद फिर भी उनसे लगी रही, लेकिन दूसरे छोर पर विकेटों के गिरने का सिलसिला जारी रहा, अश्विन 7 रन बनाकर विलियम्सन की गेंद पर बोल्ड हो गए, तो पिछले दो मैचों से फॉर्म में लौट रहे जडेजा 5 रन बनाकर मिल्स को अपना विकेट दे बैठे। जडेजा को गुप्टिल के कैच का शिकार होना पड़ा। इसके साथ ही भारत ने 200 होने से पहले ही अपने 7 विकेट गंवा दिए। आठवां झटका भारत को कप्तान धौनी के रूप में लगा, जो कि विलियम्सन की गेंद पर 47 रन बनाकर नीशम को कैच थमा बैठे। नौवां विकेट भुवनेश्वर कुमार के रूप में गिरा जो हेनरी की एक शॉर्ट गेंद पर कीपर ल्यूक रोंची को कैच थमा बैठे। वहीं, अंतिम विकेट एरोन के रूप में गिरा, जो बोल्ड हुए।

इससे पहले, पहले बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम ने अपना पहला विकेट 22 के स्कोर पर जेसी रायडर (17) के रूप में गंवाया जिन्हें भुवनेश्वर कुमार ने रहाणे के हाथों कैच कराया। इसके कुछ ही समय के बाद 41 के कुल स्कोर पर मार्टिन गुप्टिल (16) भी सस्ते में वरुण एरोन का शिकार बने। उनके शॉट पर शमी ने कैच लपका। न्यूजीलैंड के 12.2 ओवर में दो विकेट गिर चुके थे लेकिन भारतीय टीम एक बार फिर इसका फायदा नहीं उठा सकी और न्यूजीलैंड के इन फॉर्म बल्लेबाज रॉस टेलर और केन विलियम्सन ने एक बार फिर खूंटा गाड़ते हुए शतकीय साझेदारी को अंजाम दे दिया। केन विलियम्सन ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए लगातार पांचवें मैच में अर्धशतक भी जड़ा, हालांकि विलियम्सन पांचवीं बार भी अपने शतक से चूक गए, इस बार उन्होंने सीरीज का अपना सर्वाधिक स्कोर बनाया। वो 88 रन बनाकर एरोन की गेंद पर बैकफुट पोइंट पर कैच हो गए। इसके बाद रॉस टेलर ने ब्रैंडन मैकुलम और फिर जेम्स नीशम के साथ स्कोर की रफ्तार बढ़ाई। देखते-देखते टेलर ने लगातार अपना दूसरा शतक भी जड़ दिया। इससे पहले हैमिल्टन में खेले गए चौथे मुकाबले में भी उन्होंने शतक जड़ा था। टेलर शमी की गेंद पर 106 गेंदों पर 102 रन बनाकर शिखर धवन के हाथों बाउंड्री पर एक बेहतरीन कैच का शिकार हुए। इसके बाद जेम्स नीशम ने धुआंधार पारी खेली और 19 गेंदों पर दो छक्कों और तीन चौकों की मदद से नाबाद 34 रन ठोंक डाले। जिसके दम कीवी टीम 300 का आंकड़ा पार करने में सफल रही। भारतीय टीम की तरफ से वरुण एरोन को सर्वाधिक विकेट मिले। जबकि शमी, भुवनेश्वर और कोहली को 1-1 विकेट हासिल हुआ।

इस मैच के लिए भारतीय टीम में एक बदलाव किया गया था। मैच में बिन्नी के स्थान पर शिखर धवन को वापस टीम में शामिल किया गया है। न्यूजीलैंड इस अंतिम मैच से पहले ही सीरीज पर कब्जा जमा चुका था। वह सीरीज में 3-0 से अजेय बढ़त ले चुके थे। पहले व दूसरे वनडे में जीत के बाद एक मैच टाई पर खत्म हुआ था और फिर चौथे वनडे में भी कीवी टीम ने जीत हासिल करके खिताब अपने नाम कर लिया था। वेलिंग्टन में जीत दर्ज करके उन्होंने आंकड़ा 4-0 का कर दिया। टेस्ट मैच शुरू होने से पहले यह मैच टीम इंडिया के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण था लेकिन भारतीय टीम एक बार फिर चारों खाने चित होती नजर आई।