केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के आग्रह पर उनकी पत्‍‌नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले में चल रही जांच को तेज कर दिया गया है। यह जानकारी गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने सोमवार को दी। बकौल शिंदे, ‘उन्होंने [थरूर] ने मुझे पत्र लिखकर जांच तेज करने का आग्रह किया था। इस पर मैंने संबंधित अधिकारियों को जरूरी आदेश दिया है। वे इस दिशा में काम कर रहे हैं।’ थरूर ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वे उनकी पत्‍‌नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले की जांच जल्द से जल्द पूरी करवाएं। केंद्रीय मंत्री ने अपनी तरफ से जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया था।

शिंदे को लिखे पत्र में शशि थरूर ने कहा था ‘पुष्कर की मौत को लेकर मीडिया में जिस तरह से कयास लगाये जा रहे हैं उससे मैं बेहद चिंतित हूं। ऐसे में संबंधित जांच एजेंसियों को जांच प्रक्रिया शीघ्र तेज करने का निर्देश दिया जाना चाहिए, ताकि सच्चाई को सभी के सामने लाया जा सके।

सुनंदा की अस्थियां गंगा में प्रवाहित

सोमवार को सुनंदा पुष्कर की अस्थियां हरिद्वार में कश्मीरी विधि-विधान से गंगा में विसर्जित कर दी गईं। हरकी पैड़ी स्थित वीआइपी घाट पर उनके बेटे शिवमेनन ने कर्मकांड पूरा करते हुए अस्थियों को विसर्जित किया। इस दौरान शशि थरूर, सुनंदा के भाई राजेश पुष्कर व आशीष दास और पारिवारिक मित्र नीलू मचर्ेंट भी मौजूद रहे। अस्थि विसर्जन को लेकर अंतिम क्षणों तक असमंजस की स्थिति बनी रही।

दरअसल थरूर के खानदानी पुरोहित ने केरल के विधि-विधान से कर्मकांड की तैयारी कर रखी थी। जबकि थरूर और बेटे शिव ने सुनंदा पुष्कर के कश्मीरी होने के नाते उनका अस्थि विसर्जन कश्मीरी रीति-रिवाज से कराने का आग्रह किया। आनन-फानन में इसकी व्यवस्था की गई। दोनों तरफ के पुरोहितों ने अपने-अपने बही में इस रिकॉर्ड को दर्ज कर लिया।