ताशकंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छह दिवसीय यात्रा का आज दूसरा दिन है। आज वह उजबेकिस्‍तान से कजाकिस्‍तान के लिए रवाना होंगे। वहां पर दोनों राष्‍ट्राध्‍यक्षों के बीच पांच हजार टन यूरेनियम डील पर अहम चर्चा होने की उम्‍मीद है। इसके अलावा कुछ पुराने समझौतों पर भी बातचीत की जाएगी। वहां पहुंचने से पहले ही पीएम ने कजाखिस्‍तान के राष्‍ट्रपति को ट्वीट कर उनके 75वें जन्‍मदिन पर बधाई दी है।

यूरेनियम आपूर्ति के लिए अहम कजाकिस्‍तान

गौरतलब है कि जनवरी 2009 से भारत और कजाकिस्तान के बीच असैनिक परमाणु संधि है। वर्ष 2009 में ही भारतीय परमाणु संयंत्रों के लिए यूरेनियम की आपूर्ति के तहत एनपीसीआईएल और कजाख परमाणु कंपनी कजएटमप्रोम के बीच करार भी हुआ था, जिसके बाद कजाखस्‍तान लगातार यूरेनियम की आपूर्ति कर रहा था। लेकिन यह करार वर्ष 2014 में समाप्‍त हो गया। उम्‍मीद जताई जा रही है कि इस करार पर दोबारा चर्चा हो सकती है। इस करार के बाद, कजएटमप्रोम ने 2010-11 में 600 टन, 2011-12 में 350 टन, 2012-13 में 402.5 टन और 2013-14 में 460 टन यूरेनियम अयस्क सांद्र की आपूर्ति की थी।

कल ताशकंद में हुआ था जोरदार स्‍वागत

इससे पूर्व कल उजबेकिस्‍तान पहुंचे पीएम मोदी का ताशकंद एयरपोर्ट पर पीएम शावकत मीरोमोनोविच मिर्जीयोयेव ने जोरदार स्‍वागत किया था। मोदी ने बाद में ट्वीट कर जोरदार स्‍वागत के लिए मिर्जीयोयेव को धन्‍यवाद भी कहा। पीएम ने यहां पर अपनी यात्रा के पहले पड़ाव में वहां के राष्‍ट्रपति राष्ट्रपति करीमोव से भी मुलाकात। दोनों देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्षों के बीच हुई बातचीत के दौरान उन्‍होंने आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया।

उजबेकिस्‍तान से हुए करार

भारत और उजबेकिस्तान में विदेश में स्थित एक दूसरे के दूतावासों बीच और संस्कृति एवं पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तीन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसके अलावा दोनों देशों ने सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने, रक्षा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। इसके अलावा उजबेकिस्‍तान भारत में निवेश को लेकर भी काफी उत्‍साहित दिखाई दिया। खासतौर पर तकनीक, उर्जा और कृषि के क्षेत्र में उजबेकिस्‍तान का रुख बेहद उत्साहजनक था।

यहां भी जाएंगे मोदी

उजबेकिस्‍तान, कजाकिस्‍तान के अलावा पीएम मोदी तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री 10 जुलाई को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन के अलावा ब्रिक्स की बैठक में भी शामिल होंगे। इसी दौरान भारतीय पीएम की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात हो सकती है।