विक्रम विवि के खाते सीज, 29 साल तक जमा नहीं किया पीएफ
उज्जैन . विक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन ने 29 साल तक अस्थाई कर्मचारियों का प्रोविडेंट फंड (पीएफ) जमा नहीं किया। बकाया राशि की वसूली के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को विश्वविद्यालय के बैंक अकाउंट सीज करने के लिए यूको बैंक प्रबंधन को पत्र भेज दिया।
1.38 करोड़ रुपए से अधिक की बकाया राशि की वसूली के लिए बैंक प्रबंधन ने विवि के खाते को सीज कर दिया है। इस खाते में जमा राशि से ही अब भविष्य निधि की बकाया राशि निकाल कर बैंक प्रबंधन द्वारा जमा करवाई जाएगी। विश्वविद्यालय में कार्य करने वाले 85 अस्थाई दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की भविष्य निधि की राशि वर्ष 1982 से लेकर 2011 तक जमा नहीं हुई है।
लेखा विभाग में खंगाले जा रहे दस्तावेज
खाते सीज होने की जानकारी आते ही विश्वविद्यालय प्रशासन भी सकते में आ गया। तत्काल लेखा विभाग से भविष्य निधि से संबंधित जानकारियां मांगी गई। शाम तक लेखा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पुराने दस्तावेज खंगालते रहे।
बैंक प्रबंधन द्वारा ही हमें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के बकाया राशि आैर बैंक खाते सीज होने की जानकारी मिली है। लेखा विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को इस संबंध में पुराने सभी दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। – डॉ. बालकृष्ण शर्मा, कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय