श्रीनगर. सिक्युरिटी फोर्सेज ने बुधवार को कश्मीर के शोपियां जिले में घेराबंदी कर बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। इलाके में आतंकियों के छिपे होने की इन्फॉर्मेशन मिली थी। इस ऑपरेशन में करीब एक हजार जवानों को लगाया गया। फोर्सेज जैसे ही इलाके में पहुंचीं, लोकल लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। लोगों ने घेराबंदी तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा। झड़प के कारण ऑपरेशन को रोकना पड़ा।
एक दिन पहले कुलगाम में भी ऑपरेशन के दौरान हुई थी पत्थरबाजी…
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक पिछले एक महीने में साउथ कश्मीर में सेना और सुरक्षा बलों का यह दूसरा बड़ा सर्च ऑपरेशन है। 4 मई को सेना और सिक्युरिटी फोर्सेज ने 3000 जवानों के साथ कुलगाम जिले के 20 गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया था। ऐसी खबर है कि साउथ कश्मीर के इलाकों में 30 से ज्यादा आतंकवादी छिपे हुए हैं। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है।
– बता दें कि एक दिन पहले यानी मंगलवार को कुलगाम में भी सिक्युरिटी फोर्सेज छानबीन के लिए पहुंची थीं, वहां पत्थरबाजी के बाद सेना को भीड़ पर काबू पाने के लिए हवाई फायर करने पड़े थे।
– फिलहाल, कश्मीर में बिगड़े हालातों के चलते 3 स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। उधर, हुर्रियत नेता मीरवाइज और गिलानी घरों में नजरबंद हैं।
पाक ने फिर किया सीजफायर वॉयलेशन
– मंगलवार देर रात पाकिस्तान की ओर से राजौरी जिले में एक बार फिर सीजफायर वॉयलेशन किया गया। पाक सेना ने बालाकोट सेक्टर में मंगलवार रात 12:50 से 1:30 बजे तक गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी जवाबी फायरिंग की।
डिफेंस मिनिस्टर बनने के बाद जेटली का पहला दौरा
– डिफेंस मिनिस्टर बनने के बाद अरुण जेटली बुधवार को पहली बार जम्मू कश्मीर पहुंचे। उनके साथ सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी थे। जेटली फाइनेंस मिनिस्टर भी हैं। वे श्रीनगर में जीएसटी को लेकर होने वाली 2 दिनों की मीटिंग में शामिल होंगे।
मुनीर अहमद खान कश्मीर जोन के आईजी बने
– मुनीर अहमद खान ने बुधवार को कश्मीर जोन के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस का चार्ज संभाला। उनका अप्वाइंटमेंट ऐसे वक्त हुआ है जब घाटी में हालात खराब हैं। हर रोज हो रहे स्टूडेंट्स के प्रदर्शन मुनीर अहमद खान के लिए चुनौती हैं। इसके अलावा यूथ के आतंकवादी बनने और साउथ कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाएं भी नए आईजी के लिए गंभीर मसले रहेंगे।
– मुनीर अहमद ने एसजेएम गिलानी से चार्ज लिया। कुछ दिन पहले गिलानी ने बयान दिया था कि पिछले एक साल में कश्मीर के 95 लड़के आतंकवादी बन गए हैं।
घाटी में सरकार का सोशल मीडिया बैन बेअसर
– जम्मू कश्मीर सरकार का सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर लगाया एक महीने लंबा बैन बेअसर रहा है। लोग वीपीएन यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के जरिए धड़ल्ले से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। 26 अप्रैल को सरकार ने कश्मीर में लॉ एंड ऑर्डर पर काबू पाने के लिए 22 सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बैन लगा दिया था। जिसमें फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर और यू-ट्यूब शामिल हैं। इन वेबसाइट्स के जरिए लोग प्रदर्शनों की प्लानिंग और उपद्रव फैला रहे थे।
– हालांकि बैन के बावजूद राज्य के डीजीपी सहित कई लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला भी हमेशा की तरह बेरोक-टोक ट्वीट कर रहे हैं।