फौजी विकल्प अपनाते तो पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर भारत का हिस्सा हो सकता था
‘.. तो पाक प्रशासित कश्मीर भारत का होता’
हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा है कि भारतीय वायुसेना के प्रमुख अरूप राहा ने संकेत दिया है कि अगर उच्च नैतिक आदर्शों को छोड़कर फौजी विकल्प अपनाते तो पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर भारत का हिस्सा हो सकता था.
एयरचीफ़ मार्शल अरूप राहा ने कहा है कि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर एक कांटा है और 1971 में भारत-पाक जंग में वायुसेना का पर्याप्त इस्तेमाल नहीं किया गया था.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा ज़रूरतों को लेकर हम अक्सर उच्च आदर्शों का सहारा लेते हैं न कि व्यावहारिक नज़रिए से क़दम उठाते हैं.
द पायोनियर ने लिखा है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत की जांच से जुड़ा 60 साल पुराना दस्तावेज़ सार्वजनिक किया गया है. जापान की सरकार के इस दस्तावेज़ के मुताबिक़ 18 अगस्त 1945 को ताइवान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत एक विमान हादसे में हुई थी, भारत सरकार भी आधिकारिक रूप से यही मानती है.
ब्रिटेन की वेबसाइट बोसफ़ाइल्स डॉट इंफ़ो ने कहा कि पहली बार नेताजी की मौत की वजहों की आधिकारिक जांच और अन्य मामलों से जुड़ी रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जा रहा है.
जापान की सरकार की ये गोपनीय रिपोर्ट भारत सरकार के पास थी.
वेबसाइट के मुताबिक़ 1956 में रिपोर्ट पूर्ण करके टोक्यो में भारतीय दूतावास को सौंपी गई थी लेकिन गोपनीय होने की वजह से जारी नहीं की गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि ऑल इंडिया रेडियो ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर एक ट्वीट किया जिसे बाद में हटा लिया गया.
एआईआर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल सेट्वीट किया गया था कि पहले क्या वो डर गए थे? फिर उनमें #RSS को बदनाम करने की हिम्मत कैसे आ गई?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को कहा कि वो आरएसएस पर अपने बयान पर क़ायम हैं और मुक़दमे के लिए भी तैयार हैं.
#RahulRattleRSS हैशटैग के साथ राहुल गांधी को अपने बयान पर कायम रहने को कहते हुए किए गए इस ट्वीट को बाद में एआईआर के महानिदेशक सितांशु कर के निर्देश पर हटा दिया गया. बाद में ट्वीट किया गया कि एआईआर इस ट्वीट को मिटा रहा है क्योंकि वो इससे सहमत नहीं है.
इस मामले में कार्रवाई से पहले जांच की जा रही है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश के बरेली में एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला को अस्पताल से वापस भेजा गया. बाद में उसने एक मृत बच्चे को जन्म दिया.
महिला के पति ने कहा कि बदायूं के अस्पताल के कर्मचारियों से मैंने मेरी पत्नी का इलाज करने को कहा लेकिन उन्होंने 2000 रुपए मांगे. बाद में हमें बरेली अस्पताल जाने को कहा गया.
बरेली के ज़िला अस्पताल के सीएमओ ने कहा कि इस महिला को तुरंत सर्जरी की ज़रूरत थी. अगर पहले आ जाते तो बच्चा ज़िंदा होता.
जनसत्ता ने लिखा है कि उत्तराखंड में चुनाव छह महीने बाद हैं लेकिन चुनावी रंग चढ़ने लगा है.
राज्य में कांग्रेस और भाजपा ने चुनाव पूर्व सर्वे कराए हैं. सूत्रों के मुताबिक़ निजी पार्टी से कराए गए दोनों दलों के सर्वे में भाजपा को अभी बढ़त है.
कांग्रेस के सर्वे में कांग्रेस को 25-28 सीटें, भाजपा को 35-38 सीटें, बसपा को तीन से पांच सीटें व निर्दलियों को दो-तीन सीटें मिलने का अनुमान है.