इस्लामाबाद। पाकिस्तान की जेल में बंद आतंकी मुंबई हमले का गुनाहगार जकीउर रहमान लखवी के जेल से रिहाई की खबरों के बीच उसके वकील का बयान आया है। वकील के अनुसार लखवी को रिहा नहीं किया जा रहा है, वह जेल में ही रहेगा। उस पर एक अन्य मामले के तहत यह नई कार्रवाई की गई है।इससे पहले उसकी रिहाई की आशंका से खफा भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बसितको तलब किया था।मंत्रालय के संदेश पर बसित जवाब देने सरकार के पास पहुंचे थे। पत्रकारों से इस बाबत सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार से इस बाबत पूछिए क्योंकि उन्होंने ही उन्हें बुलाया था। इस मुद़दे पर पूर्व विदेश सचिव शशांक का कहना है कि भारत समेत अन्य देशों को इस मामले में पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए। उनका कहना है कि पाकिस्तान ऐसा मुल्क है जहां सिर्फ बातें होती हैं उनके ऊपर अमल नहीं होता है।

गौरतलब है कि को पेशावर हमले से ठीक एक दिन बाद आतंकवाद निरोधी अदालत से सबूतों के अभाव मेंलखवी को जमानत मिल गई थी। इस पर भारत ने जब नाराजगी व्यक्त की तो पाक सरकार ने एक अन्य मामले में उसको फिर गिरफ़तार करवा दिया था। लेकिन अब इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने मुंबई हमले के आरोपी जकीउर रहमान लखवी को हिरासत में रखे जाने की अधिसूचना को निलंबित कर दिया है।

लखवी को मुंबई हमले के एक मात्र जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब के बयान पर फरवरी 2009 मेंपाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। कसाब को आतंकी हमले के लिए भारत में 21 नवंबर, 2012 को फांसी दे दी गई थी।लखवी ने गत बुधवार को एमपीओ के तहत अपनी हिरासत को खत्म करने की मांग करते हुए पाकिस्तान सरकार के समक्ष आवेदन दायर किया था।