विश्वविद्यालय अनुदान आयोग
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग

खास बातें

  • 2020 में विश्वविद्यालयों में स्थापित होंगी दस नई पीठ
  • गणित, प्रशासन, शैक्षिक सुधार, साहित्य समेत अन्य विषयों पर शोध व पढ़ाई
  • इच्छुक विश्वविद्यालय 28 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं
शैक्षणिक सत्र 2020 से विश्वविद्यालयों में महिला विद्वानों, प्रशासकों, कलाकारों, वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों और समाज सुधारकों के नाम पर दस नई पीठ (चेयर) स्थापित होगी। इन नई पीठ के माध्यम से छात्रों को गणित, प्रशासन, शैक्षिक सुधार, साहित्य, विज्ञान, स्वतंत्रता सेनानी, संगीत व अभिनव कला, औषधि व स्वास्थ्य, वन व वन्य जीवन आदि में पढ़ाई समेत शोध पर भी काम करने को मिलेगा।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव प्रो. रजनीश जैन की ओर से देश के सभी विश्वविद्यालयों और राज्यों को पत्र लिखा गया है। प्रो. जैन के मुताबिक, महिला कल्याण व बाल विकास मंत्रालय पीठ स्थापित कर रहा है। इच्छुक विश्वविद्यालय 28 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं।

इन नई पीठ को स्थापित करने के लिए आयोग की ओर से संस्थानों को अलग से बजट भी मुहैया करवाया जाएगा। इसमें शिक्षकों की नियुक्ति से लेकर शोध व पढ़ाई का बजट भी मिलेगा।

5 साल होगा पीठ प्राध्यापक का कार्यकाल  

पीठ प्राध्यापक का कार्यकाल पांच साल का होगा। हालांकि इस अवधि को आगामी पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए पीठ प्राध्यापक की उम्र 70  साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। पीठ प्राध्यापक का चयन विश्वविद्यालय के उपकुलपति नामांकित दो प्रख्यात व्यक्तियों वाली तीन सदस्यीय समिति की सिफारिश की संस्तुति पर नामांकन या आमंत्रण के माध्यम से होगा।

पीठ का काम अनुसंधान, अध्ययन के क्षेत्र में सहयोग, सार्वजनिक नीति निर्माण में विश्वविद्यालय को सुदृढ़ करना, अंतर विश्वविद्यालय, अंतर महाविद्यालय, स्नातकोत्तर व अनुसंधान स्तर संवाद, चर्चा बैठक, संगोष्ठी, समर व विंटर स्कूल शुरू करना है।