देश के 29वें राज्य के रूप में तेलंगाना दो जून को अस्तित्व में आएगा और उसी दिन से नये राज्य के रूप में कामकाज शुरू कर देगा। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने मंगलवार रात को बताया कि नये राज्य की स्थापना दो जून को होगी। उस दिन तेलंगाना अस्तित्व में आ जाएगा और पृथक राज्य के रूप में काम करना शुरू कर देगा। केंद्र सरकार ने पहले ही देश के इस 29वें राज्य के गठन पर गजट की अधिसूचना जारी कर दी है। संसद ने आंध्रप्रदेश का विभाजन कर नये तेलंगाना राज्य बनाने को 20 फरवरी को मंजूरी दे दी थी। स्थापना दिवस की घोषणा ऐसे समय हुई है जब महज एक ही दिन बाद चुनाव आयोग आम चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।

चुनाव आयोग तेलंगाना और बाकी आंध्रप्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए पृथक कार्यक्रम की भी घोषणा कर सकता है। हैदराबाद दस साल तक दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी होगी। रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सीमांध्र के लिए पांच साल के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने पर अपनी सहमति दी थी।

सीमांध्र के लिए केंद्र सरकार के प्रस्ताव में छह सूत्री विकास पैकेज है जिसमें कर रियात आदि शामिल हैं। केंद्र मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी के इस्तीफे के बाद आंध्रप्रदेश में राष्ट्रपति शासन भी लगा चुका है।