भारतीय पर्वतारोहियों के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा। आंध्रप्रदेश की 13 वर्षीय मालावथ पूर्णा दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही बन गई है। मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिये पूर्णा को बधाई देते हुए कहा, मुझे आप पर गर्व है।

पूर्णा आंध्रप्रदेश के खमम जिले की नौवीं कक्षा की छात्रा है। इस अभियान पर वह अपनी सहयोगी 16 वर्षीय साधनापल्ली आनंद कुमार के साथ थीं। पूर्णा और आनंद दोनों ही आंध्र प्रदेश के समाज कल्याण शैक्षिक संस्था की छात्राएं हैं। उन्होंने 52 दिन के लंबे अभियान के बाद रविवार सुबह छह बजे एवरेस्ट को फतह किया। सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही के रूप में एवरेस्ट पर पहुंचने के साथ ही पूर्णा ने नया रिकॉर्ड भी बना दिया।

दोनों का चयन सोसायटी के उन 150 बच्चों में किया गया था जिन्हें साहसिक खेलों के लिए चुना गया था। इनमें से बीस बच्चों को दार्जीलिंग के प्रतिष्ठित पर्वतारोहण संस्थान में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। फिर नौ बच्चों को भारत-चीन सीमा पर अभियान के लिए भेजा गया।