मंदसौर। नपा चुनाव में मतदान के ठीक दो पहले भाजपा-कांग्रेस आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए आमने-सामने हो गए। रविवार को सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसौदिया और भाजपा जिलाध्यक्ष देवीलाल धाकड़ ने पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा पर कई आरोप लगाए। उनका कहना था कि वे 11 साल मंत्री रहे और 12 कॉलेज खोल लिए। इसके जवाब में श्री नाहटा ने कहा कि 12 साल से भाजपा सरकार है फिर भी एक भी आरोप साबित नहीं हुआ है।सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि मेरा सीधा आरोप है कि 500 रुपए की पूंजी वाला ट्रस्ट चंद सालों में 479 करोड़ की संपत्ति का अधिग्रहण करने वाली ट्रस्ट बन गया? ट्रस्ट ने एमआईटी में केवल एक लाख रुपए लगाए तो फिर 1000 करोड़ तक का सफर कैसे तय हुआहै? औद्योगिक विकास निगम की 165 करोड़ की वसूली का मामले से आज तक कैसे बचे हुए हैं?लॉ कॉलेज के 2 करोड़ रुपए जो उनकी निजी स्मृति बैंक में हैं वह नपा को क्यों नहींसौंप रहे हैं? विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने कहा कि 11 साल में मंत्रित्व कार्यकाल में उपलब्धि के नाम पर कुछ नहीं है। केवल 12 निजी कॉलेज ट्रस्ट के माध्यम से खोले गए और उन ट्रस्ट के सर्वेसर्वा बनकर रह गए हैं।यदि आरोप सही है तो कार्रवाई होपूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा ने कहा कि 12 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है और अगर आरोप सही है तो मुझ पर कार्रवाई हो। आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो ने मेरे खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था, चार साल तक जांच के बाद न्यायालय में लिखकर दिया कि कोई तथ्य नहीं मिले। एमआईटी व भानपुरा कॉलेज का मालिक मैं नहीं हूं। लॉ कॉलेज के2 करोड़ रुपए बैंक में जमा हैं, मेरे पास नहीं है। नपा कोर्ट में गई तो वहां से आदेश दिया कि इन्हें ब्याज दिया जाए। रुपए नहीं दिए जाएं। 165 करोड़ की वसूली का कोई प्रकरण ही नहीं है, यह लगभग 700 करोड़ का प्रकरण है। इसमें सरकार ने अपने अधिकारियों को बचाने के लिए 248 करोड़ मुंबई कोर्ट में जमा कराए है उल्टे मैने इसे उठाया तो 2004 में मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।