पनारसा। अब डायबिटीज के मरीजों को इंजेक्शन लगाने से छुटकारा मिल जाएगा और उनको मात्र एक कैप्सूल खाने से राहत मिल जाएगी। हिमाचल की बेटी ने इंसुलिन का यह कैप्सूल तैयार किया है।

मंडी जिला के पनारसा क्षेत्र से संबंध रखने वाली डॉ. निर्मला चौहान ने इंसुलिन पर शोध कर इस कैप्सूल को तैयार किया है। दिव्य हिमाचल के साथ विशेष बातचीत में निर्मला चौहान ने बताया कि 14 से 16 सितंबर तक अमेरिका में वहां की सरकार द्वारा विश्व डायबिटीज पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में उन्होंने भारत का प्रतिनिधत्व किया। वहां उन्होंने इंसुलिन कैप्सूल के बारे में बताया, जहां उनके इस शोध को काफी सराहा गया। कार्यशाला में 15 देशों के शोधकर्ताओं ने भाग लिया था।

निर्मला ने बताया कि उन्होंने इंसुलिन कैप्सूल पर अपनी रिसर्च पूरी कर इससे संबंधित सारे कागजात ड्रग अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंप दिए हैं।

ड्रग अथॉरिटी से हरी झंडी मिलने के बाद जल्द ही इंसुलिन का इंजेक्शन बाजार में मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इंसुलिन का कैप्सूल भी इंजेक्शन की तरह ही असर दिखाएगा। चूंकि हर दिन डायबिटीज के रोगी को इंजेक्शन लगाने में दिक्कतें आती हैं। इसलिए इस कैप्सूल के आने से उनको काफी फायदा होगा।