मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के देश के सबसे बडे भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने चयनित परिपक्वता अवधि वाली खुदरा सावधि जमा दरों में एक चौथाई प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की है। एसबीआई ने शेयर बाजार को बताया कि एक वर्ष या उससे अधिक की परिपक्वता अवधि वाली सावधि जमा दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। इससे एक साल से लेकर तीन वर्ष से कम और तीन वर्ष से लेकर पांच साल से कम की अवधि के लिए की जाने वाल जमा पर ब्याज दर 8.75 प्रतिशत से घटकर 8.50 प्रतिशत रह जाएगी। उसने कहा कि पांच वर्ष से अधिक अवधि की परिपक्वता वाली जमाओं पर ब्याज दर साढ़े आठ प्रतिशत से कम होकर 8.25 प्रतिशत रह जाएगी। बैंक केवल एक वर्ष और उससे अधिक की जमा दरों में कटौती करने जा रहा है जबकि अल्पावधि वाल जमा दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

एसबीआई ने एक करोड़ रूपए से कम की खुदरा सावधि जमाकी ब्याज दर में भी कटौती की है जो आठ दिसंबर से प्रभावी होगी। इससे पहले निजी क्षेत्र के दो बडे बैंक आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक ने खुदरा सावधि जमा दरों में 0.50 प्रतिशत तक की कटौती की थी। स्टेट बैंक ने लघु अवधि की जमा दरों को यथावत रखा है। सात से 45 दिन की परिपक्वता वाली जमा दर पांच प्रतिशत, 46 से 179 दिन के लिए सात प्रतिशत, 180 से 210 दिन के लिए 7.25 प्रतिशत और 211 से लेकर एक साल से कम की अवधि पर ब्याज दर को 7.50 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। बैंक ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत में जारी गिरावट और घरेलू स्तर पर महंगाई घटने से ब्याज दरों में कटौती करने की लगातार हो रही मांग को ध्यान में रखते हुए उसने जमा दरों में बदलाव किया है।