सिडनी। सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर जारी चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट टीम की पहली पारी 475 रनों पर सिमट गई। आस्टे्रलिया ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 572 रनों पर घोषित कर दी थी और इस आधार पर भारत 97 रन पीछे रह गया। भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन (50) और भुवनेश्वर कुमार (30) ने उम्दा पारियां खेलीं। दोनों ने आठवें विकेट के लिए अहम 65 रन जो़डे। चौथे दिन भारत ने अश्विन और कुमार के अलावा विराट कोहली विराट कोहली (147), रिद्धिमान साहा (35) और उमेश यादव (4) के विकेट गंवाए। मोहम्मद समी 16 रनों पर नाबाद लौटे। भारत ने 162 ओवरों का सामना किया। भारत ने तीसरे दिन स्टम्प्स तक पांच विकेट पर 342 रन बनाए थे। कोहली 140 और साहा 14 रनों पर नाबाद लौटे थे। दिन का पहला विकेट कोहली के रूप में गिरा।

कोहली ने पिछले दिन के अपने निजी योग मे सात रन जो़डे और रायन हैरिस की गेंद पर क्रिस रोजर्स के हाथों लपके गए। कोहली ने 230 गेंदों का सामना कर 20 चौके लगाए। साहा के साथ उनकी साझेदारी 60 रनों की रही। कोहली का विकेट 352 के कुल योग पर गिरा। इसके बाद साहा ने अश्विन के साथ स्कोर को आगे बढ़ाना शुरू किया। वह काफी संयमित और सुदृढ़ नजर आ रहे थे लेकिन 383 के कुल योग पर वह अपना संयम खो बैठे और जोस हाजेलवुड की बाउंसर पर स्लिप में कप्तान स्टीवन स्मिथ के हाथों लपके गए। साहा ने 96 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए।

भोजनकाल तक अश्विन 33 और कुमार तीन रनों पर नाबाद थे। भोजनकाल से पहले दोनों ने 50 मिनट तक विकेट बचाए रखने का मोर्चा जीता था और भोजनकाल के बाद दोनों ने एक बार फिर सम्भलकर खेलना शुरू किया। एक के बाद एक शानदार स्टोक्स लगाते हुए दोनों ने रन अंतर को कम करने का प्रयास किया लेकिन 448 रन के कुल योग पर कुमार नेथन लॉयन की एक गेंद पर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हुए। वह स्लिप में लपके जाने के इस फैसले से खुश नहीं थे। कुमार ने 75 गेंदों पर पांच चौके लगाए। कुमार का स्थान लेने आए मोहम्मद समी ने भी कुछ अच्छे हाथ दिखाए। इसी बाच अश्विन ने अपना चौथा टेस्ट अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसी योग पर वह मिशेल स्टार्क की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। अश्विन ने 111 गेंदों सामना कर छह चौके लगाए। यादव को हैरिस ने हेडिन के हाथों कैच कराया।

समी की 26 गेंदों की नाबाद पारी में दो चौके और एक छक्का शामिल है। भारत के अंतिम चार बल्लेबाजों ने 123 रन जो़डे। इस सीरीज में पुछल्लों ने पहली बार उपयोगी बल्लेबाजी की। आस्टे्रलिया की ओर से स्टार्क ने तीन विकेट लिए जबकि लॉयन, रायन हैरिस और शेन वॉटसन को दो-दो विकेट मिले। जोस हाजेलवुड ने एक सफलता पाई।