भोपाल। देश की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के नखरे इतने होंगे, इसका अंदाजा प्रदेश सरकार को क्या शायद किसी को भी नहीं था। शासन ने सानिया को पहले बतौर अतिथि अपने कार्यक्रम में बुला तो लिया लेकिन बाद में उनके नखरों से तंग आकर खुद ही सानिया को मना भी कर दिया।
 दरअसल, प्रदेश के सबसे बड़े खेल अलंकरण समारोह के लिए हर साल की तरह इस बार भी एक खेल हस्ती को बुलाया जाना था। खेल विभाग ने इसके लिए इस बार सानिया मिर्जा को चुना। सानिया को चुने जाने का सबसे बड़ी वजह ये थी कि सानिया नई युवा खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणादायी बन सकती थी। लेकिन प्रेरणा बनना तो दूर की बात है यहां तो उल्टा ही हो गया।
माँगा था चार्टेड प्लेन और भारी फीस
समारोह में आने की बात कहे जाने पर सानिया ने फिल्म स्टार की तरह खूब नखरे किए। पहले तो उन्होंने कार्यक्रम में आने के लिए 28 नवंबर की तारीख तय कर दी। बाद में उन्होंने समारोह में आने के एवज में मेकअप आर्टिस्ट के लिए 75 हजार रुपए की फीस और एक चार्टर्ड प्लेन भेजने की मांग की। सानिया की मांग यहीं नहीं रुकी, उन्होंने इसके अलावा जिम ट्रेनर और कोच सहित पांच अन्य स्टाफ की भी व्यवस्था करने को भी कहा। सानिया के बढ़ते नखरों को देखकर आखिर में खेल विभाग ने हाथ खड़े कर लिए और उन्हें मना कर दिया।
सरकार ने कहा नो
मामला खेल मंत्री के पास तक पहुंचा, उन्होंने तत्काल बैडमिंटन स्टार रहे और मध्यप्रदेश बैडमिंटन अकादमी के प्रमुख सलाहकार पुलेला गोपीचंद से बात की और उन्हें सानिया की जगह कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया। हालांकि इसके लिए कार्यक्रम की तारीख बदलकर एक दिसंबर करनी पड़ी। वैसे आपको बता दें कि सानिया के एक दिन की फीस पांच से छह लाख रुपए है