मंदसौर। गुरुवार दोपहर बाद गरोठ पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपने पूरे भाषण में वादों और घोषणाओं की झड़ी लगा दी। मंदसौर-नीमच जिले के एक-एक गांव में पेयजल पहुंचाने के लिए 2000 हजार करोड़ की योजना बनाने की घोषणा के साथ ही लगभग 3 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्योे की घोषणाएं कर दी। आखिर में उन्होंने कहा कि इस साल सरकार कड़की है इसके बाद भी विकास कार्य करेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सरकार रुपए इंतजाम कैसे कर रही है।

गरोठ उपचुनाव में जीत के बाद पहली बाद नगर में आए सीएम ने इस दौरान 84.85 करोड़ के 6 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में सबसे पहली प्राथमिकता किसानों को खेती के लिए पानी उपलब्ध कराना है। खेती के लिए पूरे मंदसौर जिले को पानी पहुंचाने का लक्ष्य भी सरकार ने तय किया है। मंदसौर में फलों व सब्जियों के विपणन केंद्र के लिए 29 करोड़ रुपए की योजना तैयार है।पहले मंदसौर जिले में गांधीसागर का पानी पहुंचाने के लिए 700 करोड़ रुपए की योजनाएं बनाई थी, अब इसे बढ़ाकर पूरे नीमच जिले में भी पहुंचाएंगे इसमें कुल 2 हजार करोड़ रुपए खर्च होंंगे। पर्यटन के लिए नीमच, मंदसौर,गरोठ, भानपुरा की पूरी योजना बनकर तैयार है। अब यह क्षेत्र किसी भी स्थिति में विकास में पीछे नहीं रहेगा।

सीएम ने कहा कि 2018 तक प्रदेश में सभी सड़कें बनाने का लक्ष्य रखा गया है। गरोठ विस में औद्योगिक विकास भी होगा। कलेक्टर को कहा कि मजरे-टोलों को राजस्व ग्राम में बदलने के प्रस्ताव बनाकर भेजे जाएं। अगर वे कसौटी पर खरे उतरते हैं तो उन्हें राजस्व गांवों में बदलेंगे।सड़क देखकर ही समझ गया वोट नहीं मिलेंगेसभा में मुख्यमंत्री ने भानपुरा के बीच से गुजर रहे नीमच-झालावाड़ राजमार्ग की दुर्दशा की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भानपुरा नगर में भाजपा के हारने का यह भी बड़ा कारण रहा। भई ऐसी सड़क हो तो मैं खुद भी वोट नहीं दू। हालांकि चुनाव के बाद हमने सड़क के लिए राशि दी थी और शायद अब तो काम भी चल रहा है।सीएम ने कहा कि मंदसौर शहर के सीवरेज प्लान के लिए 100 करोड़ रुपए व गरीबों के आवास के लिए 200 करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा की। सीएम ने मंच पर बैठे मनासा विधायक कैलाश चावला से कहा कि आप चिंता न करें। मनासा व नीमच भी आउंगा और आपके क्षेत्र के विकास कार्यों की घोषणा वहीं करेंगे।