स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बोकारो प्लांट में वर्ष 2006 में फर्जी तरीके से हुई नियुक्तियों के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो [सीबीआई] की टीम ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा के नामांकित उम्मीदवार सत्यनारायण जटिया एवं उनके पुत्र राजकुमार जटिया के राजधानी स्थित निवास सहित देश के 9 शहरों में छापेमारी की। भाजपा नेता जटिया पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद के प्रभाव का इस्तेमाल कर अपने बेटे राजकुमार जटिया को बोकारो प्लांट में उच्च पद पर आसीन करवाया है।

छापेमारी के दौरान सीबीआई की टीम ने जटिया एवं उनके बेटे के निवास से बोकारो प्लांट में हुई नियुक्ति संबंधित दस्तावेज की मांग की एवं जांच के लिए इन्हें जब्त कर लिया। सीबीआई की कार्रवाई के फौरन बाद जटिया अपने निवास के बाहर लगे मीडिया के जमाव़़डे से जूझते हुए बाहर निकले और सीधे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे।

भाजपा कार्यालय में जटिया बगैर किसी औपचारिकता के दौ़़डते हुए उस कमरे में प्रवेश कर गए जहां महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और संगठन महामंत्री अरविंद मेनन बैठे हुए थे। कक्ष में जटिया के प्रवेश करने के कुछ ही पलों बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश कार्यालय से रवाना हो गए, जबकि प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और अरविंद मेनन कमरे में ही जटिया के साथ करीब 20 मिनट तक मौजूद रहे। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया के भारी हूजुम के बीच प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर अपने साथ सत्यनारायण जटिया को लेकर बाहर आए। जटिया ने खुद को पाक-साफ और बेटे राजकुमार को नौकरी के लिए योग्य उम्मीदवार करार दिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि राज्यसभा नामांकन भरने के दूसरे ही दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता जटिया पर सीबीआई की कार्रवाई जांच एजेंसी पर यूपीए सरकार का दबाव उजागर कर रही है। तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश में यूपीए सरकार की इस मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जटिया ने सोमवार को ही राज्यसभा उम्मीदवारी के लिए नामांकन दाखिल किया था।

20 अफसरों पर प्रकरण दर्ज

बोकारो स्टील प्लांट में फर्जी तरीके से नियुक्तियों के मामले में सीबीआई ने भोपाल सहित रांची, पटना, बोकारो, भुवनेश्वर, मुंबई और एनसीआर के लगभग 35 ठिकानों पर एक साथ छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया। नियुक्ति में हुए फर्जीवा़़डे के बाद सीबीआई ने दो मामले दर्ज किए हैं। इनमें बोकारो स्टील प्लांट के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जीवेश मिा, रिटायर्ड एमडी वीके श्रीवास्तव, रिटायर्ड जनरल मैनेजर आरके नरूला, पूर्व अतिरिक्त जनरल मैनेजर एके हेमरम,जूनियर मैनेजर राजकुमार जटिया, जूनियर मैनेजर एसएम रजी, जूनियर मैनेजर योगेश संघ सहित 20 सेवारत एवं सेवानिवृत्त अफसरों के नाम शामिल हैं। सीबीआई ने इस मामले में उन उम्मीदवारों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है जिन्होंने नियम विरुद्ध तरीके से स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया में नौकरी हासिल की है।

कंचन प्रसाद, प्रवक्ता, सीबीआई भोपाल ने बताया कि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बोकारो स्थित प्लांट में नियम विरूद्घ तरीके से अनेक भर्तियां हुई हैं। इस मामले में धनबाद सीबीआई टीम ने दो केस रजिस्टर्ड किए हैं। भाजपा नेता सत्यनारायण जटिया एवं उनके बेटे राजकुमार जटिया से इसी सिलसिले में पूछताछ की गई है। उनके निवास से भर्ती संबंधित दस्तावेज जप्त किए गए हैं।

सत्यनारायण जटिया, भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरा बेटा एमबीए है। बोकारो प्लांट में नौकरी के लिए उसने आवेदन दिया था। बाद में सलेक्शन हुआ और प्रबंधन द्वारा मेरे बेटे को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया। भर्ती प्रक्रिया में कहीं कुछ भी गलत नहीं हुआ है। जब यह विषषय हुआ उस वक्त न तो मैं केंद्र में मंत्री था न ही एनडीए की सरकार थी। सीबीआई की कार्रवाई रूटीन पूछताछ का हिस्सा है।

नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा ने कहा कि सत्यनारायण जटिया भाजपा के वरिष्ठ नेता है। राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिले के दूसरे ही दिन उन पर सीबीआई की कार्रवाई यूपीए सरकार का सीबीआई पर दबाव उजाकर कर रही है। यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में यूपीए सरकार की इस तरह की मनमानियों को बर्दाश्त नहीं करेगी।