मुंबईशिवसेना ने अपनी सहयोगी भाजपा पर हमला करते हुए शुक्रवार को कहा कि एक ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कारोबारी समझौते करने और राज्य के लिए निवेश जुटाने में व्यस्त हैं वहीं दूसरी ओर यह ‘हृदय विदारक’ है कि विदर्भ में कर्ज से दबे किसान आत्महत्या कर रहे हैं। पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार लोगों की आकांक्षाएं पूरी करने में नाकाम रही है।शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में आज में कहा कि नए मुख्यमंत्री (देवेन्द्र फडणवीस) विदर्भ के हैं इसलिए उम्मीद जगी थी कि उस क्षेत्र के किसानों को नया जीवन मिलेगा। लेकिन उल्टा हो रहा है। मुख्यमंत्री दावोस में निवेशकों के लिए पलक पांवड़े बिछाने में व्यस्त थे, वहीं यहां किसान आत्महत्या कर रहे थे क्योंकि उनके पास सूदखोरों को देने के लिए पैसा नहीं है। ऐसी घटनाएं हृदय विदारक हैं। संपादकीय में कहा गया कि सभी ने सोचा था कि नयी सरकार कर्ज का भुगतान न करने, सूखे की स्थितियों और फसल खराब होने से हुए नुकसान के कारण होने वाली किसानों की आत्महत्याओं को रोकने में सफल होगी।

संपादकीय के अनुसार, लेकिन राज्य की वर्तमान स्थिति तो बिल्कुल ही उलटी प्रतीत हो रही है। यवतमाल जिले में (बुधवार को) चार किसानों ने और चंद्रपुर जिले में एक किसान ने आत्महत्या की। पिछले एक माह में ऐसे मामलों की संख्या में हुई वृद्धि चौंकाने वाली है।