शिवसेना के प्रत्यक्ष समर्थन और परोक्ष मदद से मालेगांव में दो कट्टर मुस्लिम पार्टियों के महापौर और उपमहापौर चुने गए हैं। शिवसेना ने ‘तीसरा महाज’ के हाजी इब्राहिम को सीधा समर्थन दिया और वह विपक्ष के 32 मतों के मुकाबले 46 वोटों से महापौर चुने गए। उपमहापौर के चुनाव की वोटिंग में शिवसेना ने हिस्सा नहीं लिया और तटस्थ रही। इसी का नतीजा यह हुआ कि असदउद्दीन ओवौसी की पार्टी एमआईएम के उम्मीदवार शेख यूनुस उपमहापौर चुन लिए गए। एमआईएम उम्मीदवार ने उपमहापौर पद के लिए खड़े मालेगांव विकास अधाड़ी के सुनील गायकवाड़ को 34-32 के मामूली अंतर से हराया। महापौर और उपमहापौर चुनाव के लिए मालेगांव के नगरसेवकों में दो गुट बन गए थे। तीसरा महाज, शिवसेना और मित्र दल एक तरफ इकट्ठा हुए। दूसरी तरफ, कांग्रेस, जनता दल और मालेगांव विकास आघाड़ी ने दूसरा गुट बना लिया था। हाल में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनसीपी के आठ नगरसेवक एमआईएम में शामिल हो गए थे।
राज्यमंत्री बने दादा भुसे को पिछले चुनाव में मालेगांव विकास आघाड़ी के सुनील गायकवाड़ ने कड़ी टक्कर दी थी। इसलिए शिवसेना ने गायकवाड़ को हराने में अपनी शक्ति लगा दी। शिवसेना चाहती तो एमआईएम का उपमहापौर बनने से रोक सकती थी। मगर ऐन समय तटस्थ रहकर उपमहापौर चुनाव में मतदान ही नहीं किया। केवल दो वोटों के अंतर से एमआईएम का उपमहापौर चुन लिया गया।

ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार को उपमहापौर बनने में शिवसेना की ‘मदद’ पार्टी के रुख में बड़ा बदलाव है या स्थानीय सियासत की मजबूरी, यह तो बाद में ही पता चलेगा। शिवसेना लगातार एमआईएम और ओवैसी भाइयों पर हमले बोलती रही है। नवंबर में भी ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा गया था, ‘ओवैसी बंधु की कट्टरपंथी विचार व्यक्त करने और उनका प्रचार प्रसार करने की आदत है। दोनों ने देश में मुस्लिमों के दिमाग में जहर भरा।’

शिवसेना नेता और अब मंत्री बन चुके दिवाकर रावते ने मार्च में विधानपरिषद में कहा था, ‘एमआईएम पर ब्रिटेन ने प्रतिबंध लगाया था। एमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी पर औरंगाबाद में पाबंदी लगा दी गई है। अब इस दल पर पूरे महाराष्ट्र में प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। नांदेड़ में कांग्रेस ने हाल ही हुए महानगरपालिका चुनाव में एमआईएम के साथ गठजोड़ किया। हाल ही में आजाद मैदान दंगे और धुले दंगे जैसी कई घटनाएं हुई और उनसे पुलिस का मनोबल गिरा है। कुछ नेता अल्पसंख्यकों का वोट पाने के लिए उनका तुष्टीकरण करते हैं।’