लाहौर। पाकिस्तान की मौजूदा क्रकेट टीम में सबसे अनुभवी और हरफनमौला खिलाड़ी शाहिद अफरीदी ने रविवार को अगले वर्ष होने वाले आईसीसी विश्व कप के बाद एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। अफरीदी ने टि्वटर पर लिखा, मेरे अब तक के करियर में बहुत उतार-चढ़ाव रहे, लेकिन इस बात से संतुष्ट हूं कि यह खेल मैं अपनी शर्तो पर छोड़ रहा हूं।अफरीदी टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। 34 वर्ष की अवस्था में भी धुरंधर बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले अफरीदी ने कहा कि संन्यास लेने का फैसला बहुत कठिन था लेकिन टीम के भविष्य को देखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया।अफरीदी ने ट्वीट किया, मैंने पिछले 18 वर्ष पाकिस्तान के लिए सपने देखते हुए बिताए। मैं ऎसा पहला खिलाड़ी हूं जिसने ऎसा कठिन फैसला किया, लेकिन यह फैसला टीम में नई प्रतिभा के लिए रास्ते खोलने वाला होगा।

आईसीसी विश्व कप-2011 के सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान टीम का नेतृत्व कर चुके अफरीदी ने 1996 में एकदिवसीय इतिहास का सबसे तेज शतक लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और उससे बाद से अब तक वह 389 एकदिवसीय मैच खेल चुके हैं।नैरोबी में श्रीलंका के खिलाफ बनाया गया अफरीदी का यह रिकॉर्ड 17 वर्षो तक अखंडित रहा, जिसे इसी वर्ष की पहली जनवरी को न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन ने तोड़ा।

अफरीदी ने अपने ट्वीट में आगे कहा, मैं अपनी उपलब्धियों और रिकॉर्ड को लेकर खुश हूं, लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में अपने सबसे तेज शतक के रिकॉर्ड के टूटने का मुझे मलाल है।अफरीदी ने एकदिवसीय करियर में 23.49 के औसत से 7870 रन बनाए हैं, जिसमें छह शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं। अफरीदी ने यह रन स्ट्राइकर रेट 116.29 से बनाए हैं। इसके अलावा अफरीदी ने एकदिवसीय क्रिकेट में 391 विकेट भी हासिल कर चुके हैं।