यूबी ग्रुप प्रमुख विजय माल्या को एक और झटका लगा है क्योंकि सरकार ने उन्हें फिर से कंपनी का प्रबंध निदेशक बनाने की किंगफिशर एयरलाइंस की अर्जी खारिज कर दी है।किंगफिशर एयरलाइंस को वित्तीय संकट के चलते अपनी उड़ानें अक्टूबर 2012 में बंद करनी पड़ी थीं। कंपनी ने माल्या को पांच साल के लिए फिर से प्रबंध निदेशक नियुक्त करने के लिए कारपोरेट कार्य मंत्रालय की अनुमति मांगी थी। बिना पारिश्रमिक के प्रस्तावित यह नियुक्ति 16 अक्तूबर 2013 से प्रभावी होनी थी।कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा है कि माल्या को प्रबंध निदेशक नियुक्त करने के लिए उसके आवेदन को खारिज कर दिया गया है। यह पता नहीं चल सका है कि आवेदन किस कारण के चलते खारिज किया गया।उल्लेखनीय है कि कंपनी सूचीबद्धता नियमों का पालन नहीं करने के लिए स्टाक एक्सचेंजों की कार्रवाई का सामना कर रही है। कंपनी बीती कई तिमाहियों में वित्तीय परिणाम दाखिल नहीं कर पाई है। उल्लेखनीय है कि यूबी ग्रुप की एक अन्य कंपनी मेंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स ने कल ही निदेशक के रूप में माल्या के इस्तीफे की घोषणा की थी। इसका भी कारण नहीं बताया गया है।इसके अलावा यूनाइटेड स्प्रिट्सि के अल्पांश शेयरधारकों ने पिछले सप्ताह कुछ प्रस्तावों को खारिज कर दिया जिनमें कंपनी का माल्या के साथ लेन देन से जुड़ा प्रस्ताव भी शामिल था। माल्या के समूह ने कंपनी में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी डियाजियो को बेच दी है। इस बीच किंगफिशर का शेयर आज लगभग पांच प्रतिशत चढ़कर 1.34 रुपए पर पहुंच गया।