लाक्षागृह बनी बस, 40 यात्री जिंदा जले!
दिल को दहला देने वाले हादसे में निजी यात्री बस में तेज धमाके के साथ लगी आग में करीब 40 यात्री जिंदा जलकर मर गए। अभी तक 21 कंकाल बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन राख के ढेर में तब्दील हो चुके शवों की न तो पहचान हो पा रही है और न ही मृतकों का सही अनुमान लग रहा है। पन्ना की भैरो घाटी में हुए इस हादसे में बस की खिड़कियों से निकलकर 13 यात्री किसी तरह जान बचाने में कामयाब तो रहे पर बुरी तरह झुलसने के कारण उन्हें पन्ना के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इनमें से तीन को मेडिकल कॉलेज रीवा भेजा गया है। घायलों के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त बस में 50 से 55 यात्री सवार थे।
यह भीषण हादसा पन्ना जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर पन्ना-छतरपुर नेशनल हाइवे 75 पर पांडवफाल के समीप हुआ। सूत्रों के अनुसार छतरपुर से सतना के लिए वाया पन्ना अनूप टे्रवल्स की निजी यात्री बस एमपी 19 पी 0533 दोपहर रवाना हुई थी। दोपहर करीब सवा दो बजे पन्ना नेशनल पार्क से आगे जब बस भैरो घाटी पार कर रही थी, उसी दौरान चालक नियंत्रण खो बैठा। बस पुलिया से टकराने के बाद 20 फिट गहरे खड्ढे में गिर गई। जब तक यात्री कुछ समझ पाते कि तेज धमाके के साथ बस में आग लग गई। बस बाईं ओर पलटी थी जिससे उसके दोनों दरवाजे जमीन से चिपक गए थे और चार दर्जन से अधिक यात्री उसके भीतर ही बुरी तरह झुलस गए। जिनमें करीब 40 यात्रियों के मरने की आशंका है। जबकि 13 यात्री जान बचाने में सफल रहे। वे खिड़कियों से बाहर निकले और जिला प्रशासन को खबर दी।
बस में लगी आग कितनी भीषण थी इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बस के टीन के चद्दर और सीट के पाइप तक गल गए। फायरब्रिगे्रड से आग बुझाने के बाद बस के भीतर शवों के राख के ढेर यहां-वहां जमा थे। आलम यह था कि किसी भी शव की पहचान कर पाना संभव नहीं है। पुलिस ने बचाव दल की मदद से 21 कंकालों को बरामद करने का दावा किया है। लेकिन मृतकों की संख्या के बारे में कोई भी सही अनुमान नहीं लगा पा रहा है। घायल बस में सवार यात्रियों की संख्या 50 से 55 के आस-पास बता रहे हैं।
हादसे को लेकर बस संचालन में बड़ी खामी सामने आई है। परिवहन विभाग के रिकार्ड के अनुसार बस 32 सीटर के लिए ही रजिस्टर्ड थी। उसके सभी रिकार्ड तो दुरुस्त बताए जा रहे हैं लेकिन ओवरलोडिंग को लेकर कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। हादसे से महज 5 किलोमीटर दूर मड़ला स्टापेज में इसी बस से उतरे दो यात्रियों ने बताया कि बस छतरपुर से ही खचाखच भरी हुई थी। सीटों के अतिरिक्त 20 से अधिक यात्री स्टैंडिंग थे। इन यात्रियों ने बताया कि जब बस मड़ला से रवाना हुई थी तब भी यात्री ठसकर खड़े हुए थे। ऐसी आशंका है कि हादसा ओवरलोडिंग के चलते ही हुआ था।
अनूप टे्रवल्स के नाम से संचालित इस बस के मालिक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय हैं। मूलत: झिंगोदर के निवासी पाण्डेय भाजपा के नागौद के मंडल अध्यक्ष हैं। उनकी चार बसें चल रही हैं, हादसे के बाद जहां सतना स्थित अपना दफ्तर बंद कर दिया, वहीं मोबाइल पर भी संंपर्क नहीं हो रहा है। कई लोग बस में सवार रहे यात्रियों की खोज के लिए सतना बस स्टैण्ड पहुंचे लेकिन उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं मिल सकी।
यह हृदय विदारक दुर्घटना दोपहर करीब सवा 2 बजे घटित हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पहले पाण्डवफाल के के समीप नाले पर बने पुलिया से टकराई फिर 20 फीट गहरे खड्ड में गिर गई। गिरने के साथ ही बस में भयानक आग लग गई। दुर्घटना में जीवित बचे घायलों के अनुसार बस में लगभग 50 से 55 यात्री सवार थे। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल विक्की उर्फ� सुरेन्द्र रावत तथा संजय गुप्ता को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रीवा रेफर कर दिया गया है। इनकी स्थिति खतरे से बाहर है। इनके अलावा पप्पू सोनी निवासी चंदौरा 27 वर्ष, रजनीश अहिरवार निवासी बडख़ेरा 20 वर्ष, भरत निवासी सिंहपुर 22 वर्ष, राजेश सेन निवासी खरौनी 25 वर्ष, लक्ष्मण अहिरवार निवासी हीरापुर 20 वर्ष, दीपू दुबे निवासी पतौरा 26 वर्ष, रामेश्वर अहिरवार सिंहपुर 20 वर्ष, मुकुंदी अहिरवार सिंहपुर 24 वर्ष, रजनीश अहिरवार निवासी बडख़ेरा 20 वर्ष, फूलवती भटनागर निवासी तिदुंनहाई 50 वर्ष, समशुद्दीन 30 वर्ष, सुरेश कुशवाहा निवासी पुरूषोत्तमपुर 35 वर्ष, अरङ्क्षवद सिंह 40 वर्ष निवासी पन्ना घायल हुए हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि बस हादसे के शिकार अधिकतर लोग पन्ना और सतना जिले हो सकते हैं। जिस तरह से घायलों के नाम पते सामने आए हैं उससे यह आशंका और बढ़ गई है। वैसे भी बस पन्ना पहुंचने वाली ही थी और उसे वहां से सतना पहुंचना था। त्रासद बात तो यह है कि मृतकों के दावों के लिए अभी अधिक लोग सामने नहीं आए हैं। कुछ लोग पन्ना जिला चिकित्सालय पहुंचे जरूर थे लेकिन शवों की हालत देखकर न तो वे कुछ कह पाने की स्थिति में है और न ही प्रशासन कोई जानकारी दे पा रहा है।
हादसे के मजिस्ट्रिटियल जांच के आदेश दिए गए हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर कलेक्टर पन्ना ने ऐलान किया है। लेकिन मजिस्टे्रट के नाम की घोषणा नहीं हुई है। जांच में यात्रियों की संख्या, पहचान, आग लगने की वजह जैसे विषयों को शामिल किया गया है। वहीं ड्राइवर सहाबुद्दीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
2.15 बजे दोपहर को हुआ हादसा, 55 यात्री थे बस में सवार, 21 कंकाल बरामद, 13 यात्री जिंदा निकले, 2 लाख की सहायता मृतक के आश्रितों को




