‘लंबी रेस ने घोड़ो छे’ – अनिल अंबानी ने बताया, धीरूभाई ने मोदी के लिए कहा था ;Celebs ने शेयर किए किस्से;
अनिल अंबानी ने कहा कि धीरूभाई ने नब्बे के दशक में एक बार मोदी को डिनर पर बुलाया था। (फाइल)
नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी के 66वें जन्मदिन पर शनिवार को अमिताभ बच्चन, अनिल अंबानी, लता मंगेशकर, आमिर खान, टाटा ग्रुप के चेयरमैन साइरस मिस्त्री और आनंद महिंद्रा समेत कई हस्तियों ने उन्हें बधाई दी। अमिताभ ने कहा, “मैं 2009 में उनसे फिल्म ‘पा’ को टैक्स फ्री करने के सिलसिले में मिला था। टूरिज्म को लेकर उनसे सामान्य बात हुई। एक हफ्ते बाद मुंबई में मेरे घर पर टूरिज्म ऑफिशियल पहुंच गए। उन्होंने काम शुरू करने की बात कही। तब से आज तक मैं गुजरात का ब्रांड एम्बेसडर हूं।” अनिल अंबानी ने भी मोदी को बधाई दी है। उन्होंने बताया, “पापा (धीरूभाई अंबानी) ने कहा था कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं। एक दिन पीएम बनेंगे।” क्या बोले अमिताभ बच्चन…
– अमिताभ ने कहा, “2009 में उनसे पहली बार फिल्म ‘पा’ का टैक्स माफ करवाने के सिलसिले में गुजरात में उनके घर पर मिला था।”
– “एक साधारण से घर में उनका कमरा भी साधारण था। वे मुझे थिएटर भी ले गए और हमने साथ में फिल्म देखी। गुजरात में टूरिज्म को लेकर हमारी थोड़ी बात हुई। इसके बाद मैं मुंबई वापस आ गया।”
– “एक हफ्ते बाद मुंबई में मेरे घर गुजरात टूरिज्म के ऑफिशियल्स बात करने आए। कुछ दिनों में ही उन्होंने काम शुरू करने की बात कही। ये मेरे लिए चौंकाने वाला मामला था। तब से लेकर आज तक मैं गुजरात का ब्रांड एम्बेसडर हूं।”
– अमिताभ ने बताया, “मैंने मोदी से रिक्वेस्ट की थी कि काम के दौरान कोई भी नेता मुझसे न मिले। जैसे ही मैं गुजरात आया, पहला कॉल उनकी तरफ से ही आया। उन्होंने कहा कि यहां बहुत गर्मी है। थोड़ा आराम कीजिए और खूब पानी पीते रहिए।”
– “एक साधारण से घर में उनका कमरा भी साधारण था। वे मुझे थिएटर भी ले गए और हमने साथ में फिल्म देखी। गुजरात में टूरिज्म को लेकर हमारी थोड़ी बात हुई। इसके बाद मैं मुंबई वापस आ गया।”
– “एक हफ्ते बाद मुंबई में मेरे घर गुजरात टूरिज्म के ऑफिशियल्स बात करने आए। कुछ दिनों में ही उन्होंने काम शुरू करने की बात कही। ये मेरे लिए चौंकाने वाला मामला था। तब से लेकर आज तक मैं गुजरात का ब्रांड एम्बेसडर हूं।”
– अमिताभ ने बताया, “मैंने मोदी से रिक्वेस्ट की थी कि काम के दौरान कोई भी नेता मुझसे न मिले। जैसे ही मैं गुजरात आया, पहला कॉल उनकी तरफ से ही आया। उन्होंने कहा कि यहां बहुत गर्मी है। थोड़ा आराम कीजिए और खूब पानी पीते रहिए।”
क्या बोले अनिल अंबानी?
– “1990 के दशक में मैं पहली बार मोदी से मिला। तब मेरे पिता धीरूभाई अंबानी ने उन्हें घर पर खाने के लिए बुलाया था।”
– “बातचीत के बाद पापा ने कहा- लंबी रेस ने घोड़ो छे, लीडर छे, पीएम बनसे (ये लंबी रेस का घोड़ा है, सही मायने में लीडर है, ये प्रधानमंत्री बनेगा)।”
– “पापा ने उनकी आंखों में सपने देख लिए थे। वो वैसे ही थे जैसे अर्जुन को अपना उद्देश्य और विजन पता था।”
– “1990 के दशक में मैं पहली बार मोदी से मिला। तब मेरे पिता धीरूभाई अंबानी ने उन्हें घर पर खाने के लिए बुलाया था।”
– “बातचीत के बाद पापा ने कहा- लंबी रेस ने घोड़ो छे, लीडर छे, पीएम बनसे (ये लंबी रेस का घोड़ा है, सही मायने में लीडर है, ये प्रधानमंत्री बनेगा)।”
– “पापा ने उनकी आंखों में सपने देख लिए थे। वो वैसे ही थे जैसे अर्जुन को अपना उद्देश्य और विजन पता था।”
क्या बोलीं लता मंगेशकर?
– “आपका बहुत विरोध हुआ, लेकिन आप सत्य की राह पर चलते रहे।”
– “पूरी दुनिया इस समय हिंसा की चपेट में है। लेकिन मेरा यकीन है कि आपकी नीतियां उन पर जीत हासिल कर लेंगी।”
– “आपका बहुत विरोध हुआ, लेकिन आप सत्य की राह पर चलते रहे।”
– “पूरी दुनिया इस समय हिंसा की चपेट में है। लेकिन मेरा यकीन है कि आपकी नीतियां उन पर जीत हासिल कर लेंगी।”
आमिर खान ने ये कहा?
– “हमेशा आपकी हेल्थ को लेकर दुआ करता हूं। हमेशा आपको खुशियां मिलें।”
– “पहले के सालों की तुलना में ये साल आपके लिए यादगार साबित हो।”
– “हमेशा आपकी हेल्थ को लेकर दुआ करता हूं। हमेशा आपको खुशियां मिलें।”
– “पहले के सालों की तुलना में ये साल आपके लिए यादगार साबित हो।”
क्या बोले साइरस मिस्त्री?
– “2012 में टाटा ग्रुप की जिम्मेदारी संभालने के बाद रतन टाटा के साथ मेरी उनसे मुलाकात हुई थी। मुलाकात के बाद मुझे लीडरशिप का एक नया पाठ सीखने को मिला।”
– “2012 में टाटा ग्रुप की जिम्मेदारी संभालने के बाद रतन टाटा के साथ मेरी उनसे मुलाकात हुई थी। मुलाकात के बाद मुझे लीडरशिप का एक नया पाठ सीखने को मिला।”
क्या बोले पूर्व CAG विनोद राय?
– “बैंक बोर्ड्स ब्यूरो का चेयरमैन बनने के बाद से मेरी उनसे मुलाकात होनी थी। मुझे कुछ घबराहट थी।”
– “मीटिंग के बाद मुझे लगा कि जितना मैं उन्हें सुन रहा था, उससे ज्यादा वे मुझे सुन रहे थे।”
– “मीटिंग के बाद उन्होंने मुझे लीड करने को कहा। ये सच है कि एक अच्छे नेता के लिए एक अच्छा टीम प्लेयर होना जरूरी है। वह एक अच्छा श्रोता भी हो।”
– “बैंक बोर्ड्स ब्यूरो का चेयरमैन बनने के बाद से मेरी उनसे मुलाकात होनी थी। मुझे कुछ घबराहट थी।”
– “मीटिंग के बाद मुझे लगा कि जितना मैं उन्हें सुन रहा था, उससे ज्यादा वे मुझे सुन रहे थे।”
– “मीटिंग के बाद उन्होंने मुझे लीड करने को कहा। ये सच है कि एक अच्छे नेता के लिए एक अच्छा टीम प्लेयर होना जरूरी है। वह एक अच्छा श्रोता भी हो।”
क्या बोले कुमारमंगलम बिड़ला?
– “आज वे कॉन्फिडेंस की ऊंचाई पर हैं। उनके अंदर ‘कर सकता हूं’ की फीलिंग है।”
– “उन्होंने एक मजबूत इकोनॉमिक ग्रोथ की नींव रखी है, जिसका फायदा सबको मिलेगा। भारत में बिजनेस के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई है।”
– “इन सबसे ऊपर मोदी मैन ऑफ इंटिग्रिटी और मैन ऑफ कैरेक्टर हैं। यही बात सबसे ज्यादा अपील भी करती है।”
– “आज वे कॉन्फिडेंस की ऊंचाई पर हैं। उनके अंदर ‘कर सकता हूं’ की फीलिंग है।”
– “उन्होंने एक मजबूत इकोनॉमिक ग्रोथ की नींव रखी है, जिसका फायदा सबको मिलेगा। भारत में बिजनेस के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई है।”
– “इन सबसे ऊपर मोदी मैन ऑफ इंटिग्रिटी और मैन ऑफ कैरेक्टर हैं। यही बात सबसे ज्यादा अपील भी करती है।”
क्या बोले आनंद महिंद्रा?
– “करीब एक दशक पहले मोदी मुंबई आए थे और बिजनेसमैन को गुजरात में इन्वेस्ट करने के लिए इनवाइट किया था। तभी लगा था कि ये शख्स कुछ अलग है।”
– “वक्त बीतने के साथ उन्होंने भी साबित किया है कि वे एक अलग तरह के शख्स हैं। वे एक ऐसे इंसान हैं जो भारत को बहुत जल्दी बदलना चाहते हैं।”
– “करीब एक दशक पहले मोदी मुंबई आए थे और बिजनेसमैन को गुजरात में इन्वेस्ट करने के लिए इनवाइट किया था। तभी लगा था कि ये शख्स कुछ अलग है।”
– “वक्त बीतने के साथ उन्होंने भी साबित किया है कि वे एक अलग तरह के शख्स हैं। वे एक ऐसे इंसान हैं जो भारत को बहुत जल्दी बदलना चाहते हैं।”
क्या बोले सुनील भारती मित्तल?
– “बीते दो सालों में एक विजनरी लीडर के नेतृत्व में भारत का कद बढ़ा है।”
– “बड़ी बात ये है कि दुनिया के बीच भारत की स्थिति काफी मजबूत हुई है।”
– “जिस तरह से वे दुनिया के सामने भारत का विजन रखते हैं, वो काबिले तारीफ है। उनकी स्टेट्समैनशिप पर हर भारतीय को गर्व है।”
– “बीते दो सालों में एक विजनरी लीडर के नेतृत्व में भारत का कद बढ़ा है।”
– “बड़ी बात ये है कि दुनिया के बीच भारत की स्थिति काफी मजबूत हुई है।”
– “जिस तरह से वे दुनिया के सामने भारत का विजन रखते हैं, वो काबिले तारीफ है। उनकी स्टेट्समैनशिप पर हर भारतीय को गर्व है।”