नई दिल्ली। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआइएल) ने चीन की शैनडॉन्ग रुई साइंस एंड टेक्नोलॉजी के साथ संयुक्त उद्यम बनाने का एलान किया है। कपड़ा कारोबार में अपनी स्थिति को मजबूत करने के मकसद से आरआइएल ने यह कदम उठाया है। संयुक्त उद्यम में भारतीय कंपनी की हिस्सेदारी 51 फीसद होगी, जबकि रुई इसमें 49 फीसद की साझेदार होगी। इसके जरिये कुछ ग्लोबल ब्रांडों को भारत में लाने की योजना है। साथ ही रिलायंस के मजबूत विमल ब्रांड से इसे सीधे लाभ पहुंचाया जाएगा।75 अरब डॉलर के रिलायंस समूह की नींव कपड़ा व्यापार से ही पड़ी थी। बाद में इसने ऊर्जा और खुदरा व्यापार में अपनी जड़ें जमा लीं। अब वह तमाम अन्य के साथ टेलीकॉम क्षेत्र में विस्तार के मौके तलाशने में जुटी है। चीन की रुई फिलहाल ऊनी कपड़ों की श्रेणी में जॉर्जिया गुलिनी ब्रांड के तहत भारत में संचालन कर रही है।