नई दिल्ली: 2015 के भारतीय वर्ल्ड कप टीम के लिए नजरअंदाज किए गए क्रिकेटर युवराज सिंह के लिए अभी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। अगर टीम के कुछ खिलाड़ी फिटनेस टेस्ट में पास नहीं होते हैं तो युवराज को टीम में शामिल होने का मौका मिल सकता है। हो सकता है कि इस स्थिति में चयनकर्ताओं के सामने युवराज को टीम में शामिल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा।भारतीय क्रिकेट टीम चार क्रिकेटर रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा, इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार का फिटनेस संदिग्ध है। इन्हें 7 फरवरी को फिटनेस टेस्ट पास करना जरूरी है। इस दिन चारों का फिटनेस टेस्ट होना है। माना जा रहा है कि इनमें से अगर कोई भी बल्लेबाज फिटनेस टेस्ट में पास नहीं होता है तो युवराज को खेलने का मौका मिल सकता है। क्योंकि युवराज अब भी टीम में शामिल होने का माद्दा रखते हैं।

अगर जडेजा फिटनेस टेस्ट में नाकाम रहते हैं तो युवराज को मौका मिल सकता है। युवराज बाएं हाथ से स्पिन कराते हैं और उन्हें ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी का अनुभव भी अच्छा-खासा है। गौर हो कि वर्ष 2011 वर्ल्ड कप में युवराज ने शानदार प्रदर्शन किया था और वह मैन ऑफ द सीरीज भी चुने गए थे। साथ ही युवराज ने पिछले विश्व कप में बायें हाथ से बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी की थीभारतीय चयनकर्ताओं ने इस बार युवा खिलाड़ियों को तरजीह दी तथा युवराज, हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और गंभीर जैसे खिलाड़ियों को नहीं चुना। युवराज सिंह अपने टीम में शामिल नहीं होने से बेहद निराश हैं।