देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुंखार आतंकी गुट तालिबान अपना निशाना बना सकता है। तालिबान के ट्रेनिंग कैंप के कुछ वीडियो फुटेज के आधार पर यह दावा किया गया है।एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार भारत में सक्रिय इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों के राजस्थान और आजमगढ़ मॉड्यूल से जुड़े कई लोगों को तालिबान के कैंपों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

चैनल के मुताबिक देश की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को भी इसकी पुख्ता सूचना हाथ लग चुकी है कि आतंक का राजस्थान मॉड्यूल पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से मदद पा रहा है। इसी साल 23 मार्च को राजस्थान के जयपुर, अजमेर और उदयपुर में छापेमारी करके दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 10 से ज्यादा इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी के आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें आइएम का चीफ तहसीन भी शामिल था।

रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के ही एक ग्रुप अंसार उत तौहिद अल हिंद ने भी एक वीडियो जारी किया है, जिससे यह साफ हो जाता है कि तालिबान से जुड़े आतंकी भारत में बम धमाकों को अंजाम देना चाहते हैं। वीडियो में आतंकियों को लायंस ऑफ इंडिया का नाम दिया गया है। चैनल ने जो वीडियो प्रसारित किया, उसके मुताबिक पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर चल रहे तालिबान के ट्रेनिंग कैंप में भारत से भी आतंकी जाते हैं। यह वीडियो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के भी पास पहुंच चुका है। चुनाव से ठीक पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान में छापा मारकर कई आतंकियों को पकड़ा। उनसे पूछताछ में पता चला कि ये आतंकी भी अफगानिस्तान जाने की फिराक में थे।

चैनल के मुताबिक शुक्रवार को अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास पर हमले के पीछे भी इस बात का संदेश देने की कोशिश हो सकती है कि तालिबान के टारगेट में भारत की नई सरकार और उसके मुखिया नरेंद्र मोदी हैं।