मंदसौर। देव उठनी एकादशी पर रविवार से शहर सहित जिले भर में मंगल गीत गूंज उठे। राजीव गांधी क्रीड़ा परिसर में श्री मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 33 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। सामूहिक विवाह सम्मेलन के चलते यहां मेले जैसा माहोल रहा। तुलसी विवाह भी हुआ।

मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज का 16वां सामूहिक विवाह सम्मेलन रविवार को राजीव गांधी क्रीड़ा परिसर में हुआ। विवाह सम्मेलन में शामिल होने के लिए शनिवार रात से ही लोग पहुंचने लगे थे। वर पक्ष के लिए अयोध्यापुरी व वधु पक्ष के लिए जनकपुरी बनाई गई थी। सुबह 10 बजे तक सभी लोग पहुंच गए। गणेश पूजन के साथ सामूहिक विवाह कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। दोपहर 12 बजे दूल्हों ने तोरण मारा। तोरण के बाद अग्नि को साक्षी मानकर आजीवन अग्नि के समक्ष सात फेरे लेकर एक-दूसरे का साथ देने का वादा किया। वर ने वधू को मंगलसूत्र पहनाया और परिणय सूत्र में बंध गए। शाम 6 बजे सामूहिक विवाह सम्मेलन का समापन हुआ। सम्मेलन में कई शहरों व राज्यो से 7 हजार लोग पहुंचे। कार्यक्रम समाज के अध्यक्ष अर्जुन डाबर, समिति सदस्य कारूलाल सोनी, पृथ्वीराज सोनी, नागेश्वर सोनी, शिवनारायण सोनी, मोहनलाल सोनी, मदनलाल सोनी, रमेशचंद्र सोनी, ओमप्रकाश सोनी, मनीष सोनी, अजय सोनी सहित कई उपस्थित थे।

समाज द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलन में वधुओं का निशुल्क विवाह कराया गया। वधुओं को उपहार में मंगलसूत्र, पायजेब, बिछिया, अंगूठी व कांटा दिया गया। बिदाई में वस्त्र एवं 15 बर्तन दिए गए। समाजजनों ने व्यक्तिगत तोर पर अपनी तरफ से भी वर-वधुओं को उपहार दिए। तुलसी विवाह कराने की सर्वाधिक बोली 1.61 लाख रुपए विनोद सोनी कनघट्टी वाले ने की लगाई।

लगभग 8 हजार लोग पहुंचे

सामूहिक विवाह सम्मेलन समाज के लगभग 8 हजार लोग पहुंचे। सम्मेलन में राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों से लोगों ने पहुंचकर वर-वधुओं को शुभ आशीर्वाद प्रदान किया।

मेले जैसा रहा माहौल

राजीव गांधी क्रीड़ा परिसर में सामूहिक विवाह सम्मेलन होने से कई छोटे फेरी वाले व्यवसायी भी पहुंच गए। चाट,नाश्ते के कई ठेलों सहित बच्चों के खिलोने वाले, बलून वाले लोगों ने व्यवसाय किया।