सोमवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल बनारस के लिए रवाना होंगे. केजरीवाल 12 मई को होने वाले वोटिंग तक बनारस में ही डेरा डाले रहेंगे. इस दौरान वह अमेठी का भी दौरा करेंगे जहां राहुल गांधी के खिलाफ AAP की ओर से कुमार विश्वास उम्मीदवार हैं. मोदी को चुनौती देने के लिए उन्होंने ‘काशी प्लान’ बनाया है जिसका खुलासा उन्होंने आज तक पर किया.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह काशी के लोगों से अपनी जीत की जगह नरेंद्र मोदी को हराने के लिए अपील करेंगे. क्योंकि इससे राजनीति में भूचाल आ जाएगा. फिर समुद्र मंथन के बाद नई किस्म की राजनीति सामने आएगी जिससे साफ छवि के नेता संसद पहुंचेंगे. अरविंद केजरीवाल से बात की आज तक संवाददाता अनुराग ढांडा ने.

मोदी को कैसे देंगे चुनौती? 
केजरीवाल ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी को हराने के लिए लोग वोट करें. गलत चीज को खत्म करना पड़ेगा. खराब चीज को खत्म करेंगे तभी खूबसूरती निकलेगी. अमेठी में 30-35 सालों से गांधी परिवार के सदस्य जीत रहे हैं. क्या मिला लोगों को? कुछ नहीं मिला उन्हें. गांधी परिवार तो इस देश पर कब से राज कर रहा है. क्या मिला है अब तक? मैं इस बार उनसे अपील करूंगा कि एक बार उन्हें हराकर देखो, इस देश की राजनीति पलट जाएगी. गांधी परिवार का कोई सदस्य हार गया तो राजनीति में कमाल का बदलाव आएगा. कांग्रेस के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे. कांग्रेस खत्म हो जाएगी. अब बात बनारस की. मोदी जी को जिताने से क्या मिलेगा? 16 मई को नतीजे आएंगे और 17 मई को वह रिजाइन करके वडोदरा चले जाएंगे. महीने में दोबारा चुनाव. बनारस को एक बार फिर चुनाव झेलना पड़ेगा. कुछ नहीं मिलने वाला. हराकर देखो. भूचाल आ जाएगा. इसी क्रांति का आगाज करने के लिए मैं वाराणसी जा रहा हूं. वहां के लोगों से कहने जा रहा हूं कि आप ही ये कर सकते हैं. बनारस क्रांतियों की जननी रही है. मोदी और राहुल हार जाएंगे तो गजब हो जाएगा. कांग्रेस टूट जाएगी और बीजेपी खत्म हो जाएगी. समुद्र मंथन से नई किस्म की राजनीति निकलकर आएगी. एक साल तक छोटे-मोटे दल लड़ेंगे आपस में भिड़ जाएंगे. फिर एक साल में दूसरा चुनाव होगा तब अच्छे लोग जाएंगे संसद में. ये दोनों ही पार्टी राक्षस है. इन राक्षसों को खत्म किए बिना देश में नई किस्म की राजनीति नहीं हो सकती.’

मोदी के खिलाफ क्या समझाएंगे लोगों को? 
उन्होंने कहा, मोदी जी को जिताने से क्या मिलेगा और हराने से क्या मिलेगा. मोदी जी के जीतने से चार सड़कें भी नहीं ठीक होने वाली. एक और चुनाव मिलेगा. पर हराने से भूचाल आएगा. जो नई तरह की क्रांति को जन्म देगा. इसका श्रेय वाराणसी के लोगों को जाएगा. क्रांति तो वाराणसी के खून में है.’

रणनीति क्या होगी? 
उन्होंने कहा, छोटी-छोटी मीटिंग. बड़ी-बडी रैलियां, पर्चे बाटेंगे. घर-घर जाएंगे. विरोधियों को समझाएंगे. जो भी देश का भला चाहता है उसका हमारी पार्टी में स्वागत है. इस देश के लोग अच्छे हैं पर हम गंदी राजनीति का शिकार हैं. इसे ही साफ करना है. जनसंवाद के लिए सभा का आयोजन करूंगा. लोगों के सवाल लूंगा और उनके जवाब भी दूंगा. घोर विरोधी भी आकर मुझसे सवाल पूछ सकते हैं, मगर शिष्टाचार में रहकर. मुझे मरने से डर नहीं लगता. मेरी जान हाजिर है. मुझे अपनी चिंता नहीं है. पर खतरा जनतंत्र के लिए है.’

क्या अमेठी भी जाएंगे?
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं अमेठी भी जाऊंगा. 15 अप्रैल की सुबह बनारस पहुंचुंगा. बीच-बीच में अमेठी भी जाऊंगा. दोनों क्षेत्र को समय दूंगा.’

अगर बनारस से हार गए तो? 
केजरीवाल ने कहा, ‘यह मेरी हार नहीं होगी. मैं अपने लिए चुनाव नहीं लड़ रहा. मुझे सांसद बनना होता तो दिल्ली की किसी सीट से चुनाव लड़ लेता. वाराणसी जाने की जरूरत थी. हार हुई तो देश की हार है और जीता, तो देश की जीत है.’