भारतीय केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के विवाद का केंद्र बताए जाने से पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार चिढ़ गई हैं। उन्होंने दावा किया कि थरूर व सुनंदा पुष्कर के वैवाहिक जीवन में मतभेद में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। वह खुद साजिश की शिकार हुई हैं।जियो तेज से शनिवार रात तरार ने कहा कि वह थरूर से दो बार मिली थीं। पिछले वर्ष अप्रैल में पहली मुलाकात भारत में हुई। फिर जून में वह दूसरी बार दुबई में एक पार्टी में मिलीं। इस दौरान काफी लोग वहां मौजूद थे।

45 वर्षीय तरार ने शुक्रवार को सुनंदा की मौत के बाद ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल तस्वीर बदल दी। उसके स्थान पर एक जलती हुई मोमबत्ती की तस्वीर लगाई है। उन्होंने कहा कि एक लेख में मैंने उनकी तारीफ की थी। शायद वह उनकी पत्नी को नागवार गुजरा हो। आखिर एक दूसरी महिला जिसे वह जानती नहीं, उसने उनके पति की इतनी प्रसंशा की।

इसलिए उन्होंने पति से मुझसे बातचीत बंद करने को कहा। इसके बावजूद थरूर ने ट्विटर पर मुझे फालो करना जारी रखा। तरार ने कहा कि मैं यह नहीं जानती कि फोन या ईमेल से बातचीत में उनकी पत्नी को मुझसे क्या परेशानी थी। उनके साथ मेरी बातें वैसे ही थीं, जिसे मैं किसी के साथ पूरी दुनिया में कहीं भी कर सकती हूं।

जियो से बात करने के दौरान 13 वर्षीय बेटे की मां तरार आश्चर्यजनक रूप से सुनंदा पर भड़क उठीं। उन्होंने कहा कि गूगल पर आप पाएंगे कि उनकी शादीशुदा जिंदगी में दिक्कतें मई और जून से ही शुरू हो गई थीं। मैं उनकी जिंदगी में शामिल नहीं थी। उस समय वह मुझे जानती नहीं थीं और न ही मुझे किसी के लिए दोषी ठहरा रही थीं।

उन्होंने कहा कि पुष्कर मुझ पर पहली बार जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का साक्षात्कार लेने के बाद भड़की थीं। तरार ने बताया कि उन्होंने ट्वीट कर कहा कि क्यों हमारे मुख्यमंत्री ने एक पाकिस्तानी पत्रकार से बात की? पहले पाकिस्तान सेना भेजती है और फिर पत्रकार को। उन्होंने दावा किया कि वह खुद साजिश की शिकार हुई हैं।