वाराणसी में शुक्रवार को ‘पंचायत आज तक’ आयोजित किया गया. इस दौरान बीजेपी के यूपी प्रभारी अमित शाह ने मंच पर माइक संभाला तो नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि यूपी में कैंपेन के दौरान मोदी की लहर का बहुत फायदा मिला. इसके अलावा उन्होंने कहा कि एनडीए पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी और अगर कोई पार्टी समर्थन देना चाहती है तो उसका स्वागत होगा.

यूपी कैंपेन में करना पड़ा चुनौतियों का सामना…
नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह ने कहा कि यूपी में हम 17 साल से सत्ता से बाहर हैं, संगठनात्मक ढांचा भी चरमराया हुआ था. वहीं अगर सकारात्मक पक्ष देखें तो पूरे देश में मोदी की लहर का यहां फायदा मिला. 76 से ज्यादा बूथों पर हमारी कमेटियां गठित हैं. बीजेपी से कई यूथ जुड़े हैं. समाज के हर वर्ग से लोग पार्टी से जुड़े और वो भी पूरे मन से.

मोदी और मेरे रिश्ते पार्टी के काम को लेकर…
अमित शाह से जब उनके और मोदी के बीच करीबी रिश्ते को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मेरे और मोदी के रिश्ते को बढ़ाचढ़ा कर देखा जाता है. पार्टी का मैं कर्मचारी हूं. मेरे और मोदी जी के बीच पार्टी के कामकाज को लेकर रिश्ता है.’

मोदी बहुत परिश्रमी नेता…
अमित शाह ने मोदी का गुणगान करते हुए कहा, ‘मोदी जी बहुत परिश्रमी नेता हैं, उन्होंने इलेक्शन कैंपेन के दौरान 435 सभाएं की. मोदी जी सबसे ज्यादा सभाएं संबोधित करने वाले नेता हैं. मुझे नहीं लगता आज तक किसी नेता ने इलेक्शन कैंपेन के दौरान इतनी ज्यादा सभाओं को संबोधित किया है.’

हेलीकॉप्टर शौक नहीं आवश्यकता…
अमित शाह से जब पूछा गया कि मोदी अपनी सभाओं के लिए कॉरपोरेट हेलीकॉप्टर का प्रयोग करते हैं इसका पैसा कहां से आता है तो शाह ने कहा, ‘बीजेपी पार्टी का दायरा कश्मीर से कन्याकुमारी और असम से गुजरात तक है. अगर इतनी रैलियां करनी होती हैं तो हेलीकॉप्टर का प्रयोग करना शौक नहीं जरूरत है.’

आजमगढ़ में मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया…
अमित शाह से जब आजमगढ़ में उनके विवादित बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैंने कुछ गलत नहीं कहा था. मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया. आतंकवाद कम्युनल नहीं राष्ट्रविरोधी बात है. इंडियन मुजाहिद्दीन का मॉजल आजमगढ़ बेस्ड है इसके अलावा देश के कई बड़े ब्लास्ट के मास्टरमाइंड आजमगढ़ से आए थे. यूपी सरकार और केंद्र सरकार की वजह से ऐसा हुआ है. आतंकी प्रवृत्ति बढ़ी है.’

शायद मेरे ग्रहों में लिखा विवादों में रहना…
शाह से जब पूछा गया कि उनका और विवादों का चोली-दामन का साथ क्यों रहता है तो उनका जवाब कुछ यूं था, ‘शायद मेरी ग्रह दशा ऐसी होगी. मेरी नजर में विवाद में रहने का एक कारण ये है कि मैं अपनी राय बेबाकी से रखता हूं. अपनी राय देने में संकोच नहीं करता हूं.’

आर्टिकल 370 का सांप्रदायिकता से लेना-देना नहीं…
अमित शाह ने कहा, ‘आर्टिकल 370 को सांप्रदायिकता से जोड़ कर देखना गलत है. आर्टिकल 370 का सांप्रदायिकता से कुछ लेना-देना नहीं है. पार्टी के घोषणा पत्र में जो कुछ भी लिखा है पार्टी उस पर काम करेगी. सालों से चले आ रहे पार्टी के मुद्दे घोषणा पत्र में लिखे हैं.’

मोदी के प्रति जनता में स्नेह
अमित शाह ने कहा, ‘हमारा किसी से डरने का तो सवाल ही नहीं है. मोदी जब नामांकन भरने वाराणसी पहुंचे तो लोग उनके काफिले के पीछे-पीछे आए. हमने किसी को नहीं बुलाया था. जनता उसी नेता के साथ होती है जिसके प्रति उसके मन में स्नेह होता है और स्वीकृति होती है.’

वोटरों का कोई धर्म नहीं होता…
अमित शाह से जब पूछा गया कि यूपी के अल्पसंख्यकों के बीच पार्टी के प्रति भय है तो उन्होंने कहा, ‘अगर भय है तो हम इस भय को हटाएंगे. भय रखने का कोई कारण नहीं है. मैं और मेरी पार्टी का उद्देश्य वोटरों को हिंदू-मुस्लिम में बांटना नहीं है. हमारे खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है. देश के वोटर का कोई धर्म नहीं होता.’

मोदी की सरकार में नहीं होगा किसी के साथ अन्याय
अमित शाह ने कहा, ‘मोदी की सरकार में किसी भी नागरिक के साथ अन्याय नहीं होगा. हम कम्युनल नहीं बनना चाहते. पार्टी का हमेशा से फोकस एजेंडा ही रहा है. मुझे ये कहने में कोई दिक्कत नहीं है कि सपा ने भेदभावपूर्ण तरीके से सरकार चलाई.’

300 सीटों पर जीतेंगे चुनाव
अमित शाह ने कहा, ‘हम 300 सीटों पर जीतेंगे और पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे. देश के विकास के एजेंडे पर जो भी पार्टी साथ आना चाहेती है उसका स्वागत है.’

केजरीवाल पर साधा निशाना…
अमित शाह से जब केजरीवाल पर सवाल किया गया तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘केजरीवाल कौन सी किताब पढ़ते हैं पता नहीं. चुनाव के बाद उनका इंटरव्यू जरूर लीजिएगा.’

अमित शाह से जब पूछा गया कि वडोदरा या वाराणसी में कौन सी सीट चुनेंगे मोदी तो उन्होंने कहा, ”मैं वाराणसी की जनता से अपील करता हूं कि वो मोदी जी को इतने भारी मतों से जिताएं कि ये विवाद ही खत्म हो जाए कि वो कौन सी सीट चुनेंगे. वाराणसी में इस बार मतगणना नहीं बल्कि जनगणना होगी.’

मेरे बारे में फैसला पार्टी करेगी…
अमित शाह से जब पूछा गया कि आगे उनकी क्या भूमिका रहेगी तो उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने बारे में कभी फैसला नहीं किया, पार्टी जो तय करती है मैं वहीं मानता हूं.’