मिड इंडिया फाटक पर अंडरब्रिज को हरी झंडी
मंदसौर। मिड इंडिया रेलवे फाटक पर अब अंडरब्रिज या ओवरब्रिज की उहापोह समाप्त हो गई है। रेलवे और सेतु विकास निगम के इंजीनियरों के संयुक्त निरीक्षण के बाद यहां अंडरब्रिज को हरी झंडी मिल गई है। अब इसका नक्क्षा तैयार कर काम शुरू होना है। फिलहाल नपा के इंजीनियरों ने ड्राइंग तैयार करने के लिए सर्वे प्रारंभ कर दिया है। अंडरब्रिज में निजी जमीन, पेयजल निकासी सहित कई समस्या भी आ रही है। सब कुछ सही रहा तो अभिनंदन नगर क्षेत्र के लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को मिड इंडिया फाटक पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
शहर के अभिनंदन नगर क्षेत्र और उससे जुड़ी 12 से अधिक कॉलोनियों को शहर से जोड़ने के लिए मिड इंडिया रेलवे फाटक एवं गीता भवन प्रमुख मार्ग है। गत वर्ष गीताभवन मार्ग पर अंडरब्रिज बन गया है। रेलवे स्टेशन से लगे होने के साथ ही मिड इंडिया रेलवे फाटक अभिनंदन क्षेत्र के लोगों को शहर से जोड़ने के लिए छोटा रास्ता है। यहां अंडरब्रिज और ओवरब्रिज के लिए लंबे समय से मांग उठ रही थी। कलेक्टर द्वारा रतलाम रेल मंडल में पत्र लिखने के बाद रेलवे इंजीनियर महेंद्र सोनी के साथ मप्र सेतु विकास निगम इंजीनियर एमएल श्रीवास्तव, नपा उपयंत्री राजेश उपाध्याय ने रेलवे स्टेशन से शांतनु विहार तक के क्षेत्र का मैदानी निरीक्षण भी कर लिया है। रेलवे व सेतु विकास निगम के इंजीनियरों ने ओवरब्रिज की संभावना को नकारते हुए अंडरब्रिज की स्वीकृति दी है। इसे बाद नपा ने रिपोर्ट के लिए जनरल ड्राइंग तैयार करने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। ड्राइंग तैयार कर रेलवे और सेतु विकास निगम को सौंपी जाएगी। उसके बाद रेलवे इंजीनियर एक बार फिर निरीक्षण करेंगे।
निजी जमीन बन
सकती है समस्या
नपा उपयंत्री राजेश उपाध्याय द्वारा जनरल ड्रइंग तैयार की जा रही है। इसके लिए सर्वे प्रारंभ कर दिया है। प्रारंभिक तौर पर अंडरब्रिज में भी कुछ निजी जमीन आ रही है। वहीं अंडरब्रिज से पानी निकासी के लिए सर्वे किया जा रहा है। जल्द ही ड्राइंग तैयार कर जिला प्रशासन व रेलवे को सौंप दी जाएगी। अभी क्षेत्र का निरीक्षण कर पानी निकासी की संभावनाएं तलाशी जा रही है।
10 हजार रहवासियों
को मिलेगा लाभ
पटरी पार की करीब 12 कॉलोनियों में आने-जाने के लिए फिलहाल गीता भवन अंडरब्रिज के अलावा मिड इंडिया रेलवे फाटक का इस्तेमाल होता है। शांतनु विहार, अग्रसेन नगर, कर्मचारी कॉलोनी सहित 6 कॉलोनियां जो मिड इंडिया रेलवे फाटक के समीप है, उनके रहवासी रेलवे फाटक का ही उपयोग शहर में आने-जाने के लिए करते है। रेलवे स्टेशन से फाटक लगा होने के कारण दिन में कई बार बंद होता है और लोग परेशान होते हैं। करीब आधे से पौन घंटे तक लोगों को गेट पर इंतजार करना पड़ता है। ब्रिज बनने से क्षेत्र के करीब 10 हजार लोगों को फायदा होगा।
प्लेटफॉर्म का विस्तार नहीं
मिड इंडिया रेलवे फाटक चालू होने के कारण प्लेटफॉर्म 1 व 2 की लंबाई भी नहीं बढ़ पा रही है। प्लेटफॉर्म 2 पर अभी भी 24 कोच की ट्रेन खड़ी करने की क्षमता नहीं है। प्लेटफार्म के दूसरी तरफ रेलवे कॉलोनी व शिवना ब्रिज होने से उधर विस्तार संभव नहीं है। और इधर मिड इंडिया रेलवे फाटक होने से प्लेटफॉर्म बढ़ नहीं पा रहा है। रेलवे तो ब्राडगेज निर्माण के दौरान 2006-07 में मिड इंडिया फाटक बंद करने का निर्णय ले चुका था पर बाद में लोगों की परेशानियों को देखते हुए तत्कालीन कलेक्टर नीतेश व्यास ने पत्र लिखकर इसे खुला रखने का आग्रह किया था। तभी से यहां ओवरब्रिज या अंडरब्रिज बनाने की कश्मकश चल रही है।
कार्रवाई पूरी
जिला प्रशासन द्वारा अंडरब्रिज की स्वीकृति के लिए प्राथमिक कार्रवाई पूरी कर ली गई है। जल्द ही जनरल ड्राइंग तैयार कर रेलवे को भेज दी जाएगी। मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में यहां ब्रिज के लिए घोषणा की गई थी। ऐसे में शासन से जल्द ही बजट मिल जाएगा।