मध्य प्रदेश में इंदौर के करीब महू में स्थित डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर राष्ट्रीय सामाजिक विज्ञान संस्थान को विश्वविद्यालय का दर्जा दे दिया गया है. यह मंजूरी सोमवार को राज्यपाल एवं कुलाधिपति रामनरेश यादव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में दी गई. बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक इस संस्थान का परिसर अब विश्वविद्यालय होगा. जिसमें मुख्यत: पांच शैक्षणिक संस्थान एवं तीन निदेशालय होंगे और इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे.

राज्यपाल यादव ने बैठक में कहा कि डॉ अंबेडकर के आदशों के अनुरूप लोगों को सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए संस्थान को और अधिक शोध, पठन-पाठन तथा प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है. पिछड़े, दलितों और शोषित वर्गों को विश्व में हो रहे नये-नये वैज्ञानिक आविष्कारों एवं प्रौद्योगिकी का समेकित उपयोग कर विकास की मुख्य-धारा से जोड़ने पर ध्यान देना चाहिए. इससे समाज के दबे-कुचले लोगों को सम्मान एवं स्वावलंबी जीवन प्राप्ति के बेहतर अवसर मिल सकेंगे.

राज्यपाल यादव ने कहा कि संस्थान का और अधिक विस्तार करने की आवश्यकता है. जिससे यह स्वतंत्र रूप से शिक्षण, शोध एवं प्रचार-प्रसार कर सके. साथ ही भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए संचालित विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सुनिश्चित कर उन्हें अधिक से अधिक लाभ पहुंचा सके.

राज्यपाल यादव ने बैठक के दौरान संस्थान द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों ‘थाट्स एंड फिलॉसिफी ऑफ डॉ. अंबेडकर’ और ‘डॉ. अंबेडकर्स विजन फॉर नेशनल बिल्डिंग’ का विमोचन भी किया.