उज्जैन।  नगर निगम ने बेगमबाग मेन रोड से महाकाल वन होकर महाकाल मंदिर जाने के लिए फोरलेन बनाने का फैसला 2010 में लेकर टेंडर जारी किया था। 2011 में इसका टेंडर मंजूर हुआ था। यह काम बिन्नी इंटरप्राइजेस को 1.21 करोड़ रु. में दिया गया था। लंबे समय तक काम पूरा नहीं हो पाने पर तत्कालीन निगमायुक्त एनएस परमार ने ठेका निरस्त कर दिया था। इसके बाद ठेकेदार ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। न्यायालय के निर्देश पर करीब एक साल पहले नगर निगम की अपील समिति ने ठेकेदार की सुनवाई कर अग्रिम राशि जमा करने पर चार महीने में काम पूरा करने के लिए कहा था। दोबारा मौका दिए जाने के बावजूद अब तक यहां 26 लाख रुपए का काम ही हुआ है।
इस मार्ग को लेकर संभागायुक्त की स्टैंडअप मीटिंग भी हो चुकी है, जिसमें ठेकेदार को काम पूरा करने के लिए ताकीद की गई थी। महाकाल मंदिर जाने के लिए यह उपयोगी मार्ग लंबे समय से पूरा नहीं हो पाने के कारण नगर निगम ने बुधवार को ठेका निरस्त कर दिया। निगम के सहायक यंत्री पीयूष भार्गव के अनुसार ठेकेदार को इस संबंध में पत्र भेज दिया है। अब यह काम रिस्क एंड कास्ट पर कराया जाएगा।