मस्जिद में हुए दो आत्मघाती धमाके, 42 की मौत
अबुजा। नाइजीरिया के पूर्वी शहर मैदुगुरी के पास एक मस्जिद में हुए दो बड़े धमाकों में 42 लोगों के मरने की खबर है। हादसा गुरुवार को उस समय हुआ, जब सभी लोग शाम की नमाज के लिए इकट्ठे हुए थे।
बोर्नो के पुलिस प्रमुख अडेरेमी ओपाडोकन ने बताया कि दो आत्मघाती हमलावरों द्वारा अशांत मैदुगुरी के मोलाई क्षेत्र की मस्जिद में विस्फोट करने से कई अन्य लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि दो आत्मघाती हमलावरों ने मस्जिद के अंदर और बाहर विस्फोट किए, जिससे मस्जिद की इमारत ढह गई। इन विस्फोटों में दोनों आत्मघाती हमलावरों की भी मौत हो गई। घायलों को मैदुगुरी शिक्षण अस्पताल विश्वविद्यालय और मैदुगुरी महानगर के अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सूचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया। मैदुगुरी में गुरुवार को हुई यह घटना इस सप्ताह की दूसरी ऐसी घटना है। इन हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी गिरोह बोको हराम ने ली है। यह गिरोह इस्लामिक स्टेट की स्थापना के लिए सरकार से टक्कर ले रहा है। नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी ने दिसंबर तक देश से बोको हराम के आतंक को समाप्त करने के लिए सैन्य प्रमुखों को आदेश दिए हैं।
बोको हरम नाइजीरिया स्थित इस्लामिक चरमपंथी संगठन है। पूर्वी नाइजीरिया इसका गढ़ माना जाता है। अबु बकर शेकू इसका सरगना है। इस संगठन को दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएस का समर्थन हासिल है। पश्चिमी शिक्षा को पाप का कारण मानने वाला यह आतंकी संगठन शरिया कानून के तहत इस्लामिक स्टेट स्थापित करना चाहता है। बोको हराम ईसाइयों और सरकारी ठिकानों पर घातक हमला करने के लिए जाना जाता है।
एक आंकड़े के अनुसार, 2014 में बोको हराम के हमलों में करीब 10 हजार लोगों की मौत हो गई। बीते साल मार्च माह में इस आतंकी संगठन ने 250 से ज्यादा स्कूली लड़कियों का अपहरण कर लिया था। इसके बाद से ही यह संगठन अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरों में है। बताया जाता है कि बोको हराम में सात से 10 हजार के करीब लड़ाके हैं। धीरे-धीरे यह अन्य अफ्रीकी देशों जैसे चाड, नाइजर और उत्तर कैमरून में अपनी जड़ें जमा चुका है।