मक्का हादसा: हज में मची भगदड़ में अब तक 14 भारतीय मरे, 13 घायल अस्पताल में भर्ती
सुषमा ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि जेद्दा में हमारे महावाणिज्य दूत ने भगदड़ में 14 भारतीयों की जान जाने की जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि 13 घायल अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि सऊदी अधिकारियों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद ही सटीक संख्या का पता चल पाएगा। सऊदी अरब में वार्षिक हज के दौरान यह दूसरी सबसे बड़ी त्रासदी कल स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे हुई जब प्रतीकात्मक रूप से शैतान को पत्थर मारने के लिए जमारात की ओर जाने वाले हजयात्रियों की संख्या में अचानक बढ़ोत्तरी होने से भगदड़ मच गई।
अधिकारियों ने कल कहा था कि एक महिला और एक स्वयंसेवी समेत चार भारतीय इस भगदड़ में मारे गए। यह भगदड़ जमारात की ओर जाने वाली दो सड़कों के मिलने वाले स्थान पर हुई। यह स्थान मक्का से लगभग पांच किलोमीटर दूर है। वर्ष 1990 के बाद हज के दौरान होने वाली यह दूसरी सबसे भीषण त्रासदी है। वर्ष 1990 में पवित्र स्थलों की ओर जाने वाली एक सुरंग में भगदड़ मचने के कारण 1,426 हजयात्री मारे गए थे। इसी बीच, जेद्दा में खबरों में कहा गया कि त्रासदी के बाद से 13 भारतीय लापता हैं।
उधर, सऊदी नागरिक रक्षा प्रशासन का कहना है कि अलग-अलग देशों के 717 हज यात्री मारे गए है और करीब 863 लोग घायल हो गए हैं। जेद्दा में भारतीय वाणिज्य दूतावास अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ में मरने वालों में चार भारतीय शामिल हैं। एक अन्य समाचार एजेंसी ने खबर दी है कि सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन नायेफ ने हज की जिम्मेदारी देख रहे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान भगदड़ की जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट शाह सलमान को सौंपी जाएगी।
यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि भगदड़ किस वजह से मची। इससे पहले 1990 में हज के दौरान एक सुरंग के भीतर मची भगदड़ में 1,426 लोग मारे गए थे। इस साल करीब डेढ़ लाख भारतीयों समेत 20 लाख से ज्यादा हज यात्री हज के लिए यहां आए हैं।