नई दिल्ली.
                  
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने सरकारी गाड़ियों से लालबत्ती हटाने के पंजाब सरकार के फैसले को गलत बताया। सोमवार को उन्होंने कहा कि मंत्रियों के लिए कुछ देर फ्लाइट और ट्रैफिक रोकना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। मेरा मानना है कि अगर कोई मंत्री ऑफिशियल ड्यूटी पर जा रहा है तो उसे लालबत्ती का फायदा मिलना चाहिए। जरूरी मीटिंग में शामिल होने के लिए अगर फ्लाइट भी 5-7 मिनट तक रोकना पड़े तो कोई बुराई नहीं है। क्योंकि मीटिंग चूकने पर यह लंबे वक्त के लिए ठल जाती है और जनता का करोड़ों रुपए बर्बाद होता है। पर्सनल विजिट पर नहीं मिले VIP ट्रीटमेंट…
 – यूपी सरकार में राज्य मंत्रियों के लालबत्ती लगाने पर बैन को लेकर उमा से सवाल पूछा गया था। उन्होंने कहा कि अगर पायलट गाड़ियों में बत्ती होगी और बीच की गाड़ी में नहीं, तो इससे एक्सीडेंट बढ़ेंगे।
– उमा ने आगे कहा, ”अगर मंत्री अपने प्राइवेट काम, फैमिली के साथ घूमने या किसी जानकार या रिश्तेदार की शादी में जा रहे हैं तो उन्हें लालबत्ती और वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलना चाहिए। मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं।”
– इस दौरान उमा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जो ट्रेंड शुरू किया है वो गलत है। पंजाब में भी ऐसा ही फैसला लिया गया।
कैप्टन ने पंजाब में खत्म किया VIP कल्चर
– बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहली कैबिनेट मीटिंग में VIP कल्चर खत्म करने का फैसला लिया।
– इसके मुताबिक, अब राज्य के किसी भी सरकारी व्हीकल पर लाल, पीली और नीली बत्तियां नहीं लगाई जाएं। यह गैर-कानूनी होगा और जुर्माना भी लगाया जाएगा।
– कैप्टन ने ट्वीट किया था, ”हमारी कैबिनेट ने वीआईपी कल्चर खत्म करने का फैसला किया। किसी मंत्री, विधायक और ब्यूरोक्रेट्स की सरकारी गाड़ी पर कोई बत्ती नहीं होगी।”
– इसके कुछ घंटे बाद ही अमरिंदर और कई मंत्रियों ने खुद अपनी सरकारी गाड़ी से बत्तियां हटवा दी थीं।