मंडी हादसा लाइव: 5 शव बरामद, हिंदी नहीं समझ पाए पर्यटक
मंडी के थलौट में हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड की 126 मेगावाट क्षमता के लारजी हाइड्रो प्रोजेक्ट के डैम से अचानक पानी छोड़ने से करीब 25 पर्यटक ब्यास नदी में बह गए। पानी में बहे पर्यटक आंध्र प्रदेश के हैदराबाद के रहने वाले हैं। इनमें अधिकांश बीएनआर इंजीनियरिंग कॉलेज हैदराबाद के बीटेक के छात्र हैं। नदी में तलाशी के बाद अब पर्यटकों के शव मिलने शुरू हो गए हैं। खबरों के मुताबिक अब तक 5 लोगों के शव नदी से निकाले जा चुके हैं, जिसमें 3 पुरुष और 2 महिलाएं हैं।
ऐसा बताया जा रहा है कि हिंदी भाषा और सीटी की आवाज नहीं समझ पाने की वजह से वे सावधान नहीं हो पाए। वहीं, हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और एक प्रत्यक्षदर्शी ने उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश भी दिए।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, आंध्र प्रेदश के गृह मंत्री थोड़ी देर में घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। इसके अलावा हादसे की जानकारी और मदद के लिए टॉल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। 040-23202813 और 9440815887 पर फोन कर हादसे जुड़ी जानकारी मालूम की जा सकती है।
दरअसल हादसा रविवार शाम को हुआ, जब थलौट में ब्यास नदी में कम पानी होने के कारण पर्यटकों का एक दल फोटो खिंचवाने व नहाने के लिए नदी में उतरे थे। लारजी डैम से अचानक भारी मात्रा में पानी छोडने से नदी में उतरे पर्यटकों को संभलने व बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और वे तेज बहाव में बह गए।
हादसे की सूचना मिलते ही मंडी व कुल्लू जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। इस घटना से गुस्साए लोगों ने मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर थलौट में चक्का जाम कर बिजली बोर्ड के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। राजमार्ग पर यातायात जाम होने से राहत दल व प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर पहुंचने पर काफी परेशानी हुई। प्रशासन नदी में बह गए पर्यटकों की तलाशी अभियान चला रही है। बताया जा रहा है कि स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर शिमला ने रविवार देर शाम लारजी हाइड्रो प्रोजेक्ट प्रबंधन को विद्युत उत्पादन बंद करने को कहा। प्रोजेक्ट में विद्युत उत्पादन बंद होने तथा ब्यास व पार्वती नदी में अचानक भारी मात्रा में पानी आने से लारजी डैम का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
संभावित खतरे को देख प्रबंधन ने डैम के सभी गेट खोल दिए। डैम से कुछ किलोमीटर नीचे लारजी परियोजना की कॉलोनी के पास पर्यटक ब्यास में उतरे हुए थे जो तेज बहाव में बह गए। मौके पर राजमार्ग के किनारे पर्यटकों की दो बसें रुकी थीं। इनमें से कई छात्र पानी कम होने के कारण नदी में उतर गए थे। असल में बिजली उत्पादन के दौरान लारजी डैम व थलौट के बीच ब्यास में पानी नाममात्र होता है। पर्यटक मनाली घूमने जा रहे थे। हादसे की सूचना के बाद डीएसपी (मुख्यालय) राजेश कुमार व एडीएम पंकज राय घटनास्थल पर पहुंच गए थे।
एसएलडीसी के आदेश पर बंद हुआ उत्पादन
स्टेट लोड डिस्पेस सेंटर शिमला के आदेश के बाद लारजी हाइड्रो प्रोजेक्ट में विद्यु़त उत्पादन बंद किया गया था। इससे बांध में पानी का जलस्तर बढ़ गया था। नदी किनारे चेतावनी बोर्ड लगे हुए हैं। बांध को खतरा देख पानी छोड़ा गया था। मनप्रीत सिंह, अधिशाषी अभियंता, लारजी प्रोजेक्ट उत्पादन
हेल्पलाइन नंबर040-23202813, 9440815887




