भारत ने इन पांच कारणों को अपनाकर सीरीज पर किया कब्जा
टीम इंडिया ने विशाखापत्तनम में तीसरे टी-20 में रविवार को श्रीलंका को 9 विकेट से हरा दिया। इसी के साथ मेजबान टीम ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज 2-1 से अपने नाम की। धोनी ब्रिगेड ने तीसरे टी-20 में श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण देकर 82 रन पर ढेर कर दिया। इसके बाद शिखर धवन (नाबाद 46 रन) और अजिंक्य रहाणे (नाबाद 22 रन) ने 37 गेंद शेष रहते भारत को जीत दिलाई।
तीसरे टी-20 मैच में भारतीय टीम ने क्रिकेट के हर विभाग में मेहमान टीम को पटखनी दी। भारतीय टीम ने मैच में दिखा दिया कि श्रीलंका में अनुभव की खासी कमी है। आइए नजर डालते हैं जीत के उन पांच सूत्रों पर जिसकी वजह से टीम इंडिया ने विशाखापत्तनम में बाजी मारी-
स्टार साबित हुए अश्विन- रविचंद्रन अश्विन की फिरकी में श्रीलंकाई बल्लेबाज बुरी तरह उलझ गए। मेहमान टीम के बल्लेबाजों के पास अश्विन की गेंदों का कोई जवाब हीं नहीं दिखा। यह बात इसी से साबित हो गई कि अश्विन ने 4 ओवर में एक मेडन सहित 8 रन देकर चार विकेट लिए। उनकी 17 गेंदों पर बल्लेबाज रन नहीं बना सका। यह अश्विन का टी-20 करियर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी रहा। वह भारतीय खिलाडि़यों में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी बने। अश्विन ने अपने ही रिकॉर्ड (11/4) को तोड़ दिया।
टॉस में मारी बाजी- टीम इंडिया को बेहतरीन शुरुआत टॉस ने दिलाई। किसी भी मैच में टॉस अति महत्वपूर्ण होता हैं। इस बार यह बात बेहतर तरीके से साबित हुई। जिस पिच को विशेषज्ञ बल्लेबाजों के अनुरूप बता रहे थे, उसे धोनी ने पहचाना और गेंदबाजी करने का फैसला किया। धोनी के फैसले को आगे चलकर गेंदबाजों ने बखूबी साबित किया और मेहमान टीम को उसके न्यूनतम स्कोर 82 रन पर ढेर कर दिया।
गेंदबाजों का धमाकेदार प्रदर्शन- रविचंद्रन अश्विन ने पहले ही ओवर में दोनों ओपनरों को अपनी फिरकी में उलझाकर पैवेलियन भेजा। इसके बाद श्रीलंका का कोई बल्लेबाज विकेट पर नहीं टिक सका। अश्विन को दूसरे छोर से गेंदबाजों ने भरपूर समर्थन दिया। रवींद्र जडेजा और सुरेश रैना की गेंदों ने अच्छा स्पिन हासिल किया। आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या ने भी किफायती गेंदबाजी की।
धवन-रहाणे की सूझबूझ पारियां- शिखर धवन (नाबाद 46 रन) और अजिंक्य रहाणे (नाबाद 22 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 55 रन की मैच विजयी साझेदारी की। रोहित शर्मा (13 रन) के आउट होने के बाद बल्लेबाजों पर दबाव बन सकता था, लेकिन धवन और रहाणे ने टी-20 क्रिकेट में समझ का परिचय देते हुए इतमीनान से खेला और भारत की जीत पर मुहर लगाई। धवन और रहाणे की पारियों की सबसे बढि़या बात यह रही कि दोनों ने किसी भी खराब गेंद को बख्शा नहीं। शानदार फील्डिंग- भारतीय टीम ने शानदार फील्डिंग का नमूना एक बार फिर पेश किया। रवींद्र जडेजा ने थिसारा परेरा का करीब 20 कदम दौड़कर दर्शनीय कैच लपका। उन्होंने सीकुगे प्रसन्ना को बेहतरीन रनआउट भी किया। इसके अलावा भारतीय फील्डरों ने गोता लगाकर अपने स्तर को बखूबी दर्शाया। युवराज सिंह ने हार्दिक पंड्या की गेंद पर शॉर्ट कवर्स में गोता लगाकर दर्शा दिया कि उम्र का फूर्ति पर कोई असर नहीं पड़ता है।