ब्रिटिश पीएम कैमरॉन ने कहा, इंदौर को स्मार्ट बनाएगा ब्रिटेन
इंदौर। स्मार्ट सिटी की होड़ में इंदौर अन्य शहरों के मुकाबले एक पायदान और चढ़ गया। जनवरी में घोषित होने वाले पहली 20 स्मार्ट सिटी में इंदौर का दावे पर ब्रिटेन में ठप्पा लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन ने कहा, इंदौर को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग देंगे। इसके साथ ही अमरावती और पूना को भी स्मार्ट बनाएंगे।
ब्रिटेन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन से देश की विकास योजनाओं पर चर्चा की। इसमें 100 स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट की बात आई तो ब्रिटेन ने सहर्ष सहयोग देने का वादा किया। कैमरॉन ने साझा पत्रकारवार्ता में कहा कि इंदौर को स्मार्ट सिटी बनाने में ब्रिटेन की फर्म प्लानिंग, डिजाइनिंग व निर्माण में सहयोग करेंगी।
कल सबमिट करना है ड्राफ्ट
15 नवंबर को स्मार्ट सॉल्युशन और एरिया डेवलपमेंट का ड्रॉफ्ट सबमिट करना है। इसके एक माह में संशोधन या नए प्रस्ताव जोड़कर केंद्र सरकार को भेजना है। इस प्रस्ताव की छानबीन के बाद केंद्र सरकार 26 जनवरी को पहले 20 शहरों की घोषणा करेगी। ब्रिटेन में इंदौर के नाम पर मुहर लगने से अब हमारा दावा और पुख्ता हो गया है ।
पहले भी मिला है ब्रितानी सहयोग
मालूम हो, पहले भी ब्रिटेन सरकार इंदौर को गरीब बस्ती उन्मूलन के काम में आर्थिक व तकनीकी मदद दे चुकी है।
इंदौर का दम
स्मार्ट सिटी की ब्रांडिंग में इंदौर देश में नंबर वन पोजिशन पर है। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित 100 शहरों के लिए डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट माय जीओवी डॉ. इन पर इंदौर को सबसे ज्यादा समर्थन मिला।
तीन श्रेणी में बन रही योजना
1 रेट्रोफील्ड, ग्रीन फील्ड व री-डेवलपमेंट की तीन श्रेणी में स्मार्ट सिटी बनाने पर काम होना है। इसके लिए प्रस्ताव बन रहे हैं।
2 शहर की विभिन्न समस्याओं व नागरिकों के जीवन में गुणात्मक सुधार के लिए पेनसिटी, स्मार्ट सॉल्यूशन आदि का उपयोग।
3 पानी व सीवरेज को आधुनिक तकनीक आधारित किया जा रहा है।
हमारे लिए उपलब्धि
शहर को स्मार्ट बनाने के मापदंडों पर कार्य करते हुए हम अभी चौथे नंबर पर पहुंचे हैं। हमारे प्रयासों को ब्रिटेन में तवज्जो मिली, यह एक उपलब्धि है। उम्मीद है प्रथम 20 स्मार्ट सिटी में इंदौर शामिल होगा।
– मालिनी गौड़, महापौर
काफी सहयोग मिलेगा
शहर के आर्थिक परिवेश व पहचान को देखते हुए ब्रिटेन की पहल से काफी सहयोग मिलेगा। वैसे भी यूके के डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के सलाहकारों का सहयोग ले रहे हैं।