बेटी ने कहा, व्यापमं फर्जीवाड़े का खुलासा कर दो तो मां पीटने लगी
इंदौर। व्यापमं फर्जीवाड़े के जरिए नर्स की नौकरी हासिल करने वाली मां को बेटी ने फर्जीवाड़े का खुलासा करने को कहा तो उसने मारपीट शुरू कर दी। परेशान बेटी ने मां के खिलाफ पुलिस में शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार उसे कोर्ट की शरण लेना पड़ी। कोर्ट ने जांच के बाद बेटी के आरोप सही पाए और मां तथा मामा के खिलाफ घरेलू हिंसा की धाराओं में प्रकरण दर्ज करने को कहा। व्यापमं फर्जीवाड़े के खुलासे से जुड़ा यह अपनी तरह का इकलौता मामला है।
बजरंग नगर निवासी मेघना (परिवर्तित नाम) और उसकी दादी शैला पारगीर ने मेघना की मां प्रीति पारगीर और मामा रूपेश मायरिया के खिलाफ घरेलू हिंसा की विभिन्ना धाराओं में प्रकरण दर्ज करने के लिए परिवाद प्रस्तुत किया था। मेघना ने कहा था कि उसकी मां-पिता की शादी 1998 में हुई थी। मां प्रीति ने 2001 में गलत जानकारी देकर फर्जी तरीके से व्यापमं के जरिए नर्स की नौकरी हासिल की। इसमें मेघना के मामा रूपेश मायरिया ने मदद की थी। व्यापमं में प्रस्तुत शपथ पत्र में प्रीति ने खुद को अविवाहित बताकर सरनेम भी गलत बताया था। प्रीति वर्तमान में एमवायएच में पदस्थ है।
खुलासे का बोला तो मारपीट करने लगी
मेघना ने कोर्ट को बताया कि उसने मां को समझाइश देकर व्यापमं फर्जीवाड़े का खुलासा करने को कहा तो वह मारपीट करने लगी। खाने में कुछ दे दिया जिससे मुझे ब्रेन केल्सीफिकेशन नामक बीमारी हो गई। बाद में मां परिवार को छोड़कर दूसरी जगह रहने चली गई।
मेघना ने मां की शिकायत थाने में की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अंतत: उसने वकील केके कुन्हारे के माध्यम से परिवाद दायर किया। कोर्ट ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को जांच सौंपी। रिपोर्ट में आरोपों की पुष्टि हुई और न्यायालय ने मां प्रीति और मामा रूपेश के खिलाफ घरेलू हिंसा की धारा 12 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए।
व्यापमं फर्जीवाड़े का करेंगे खुलासा
एडवोकेट कुन्हारे ने बताया कि मेघना और उसके पिता रवि पारगिल जल्दी ही व्यापमं से जुड़े कुछ अन्य दस्तावेजों का खुलासा करेंगे। दोनों अगले सप्ताह सीबीआई अधिकारियों से मिलकर दस्तावेज सौंपेंगे।