पटना। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार से अपना अभियान शुरू कर रही हैं। सोनिया गांधी शनिवार को भागलपुर के कहलगांव और गया के वजीरगंज में प्रचार करेंगी।

कहलगांव में पहले चरण में और वजीरगंज में दूसरे चरण में मतदान होना है। सोनिया दोपहर 1 बजे भागलपुर के कहलगांव और 3 बजे गया के वजीरगंज में जनसभा को संबोधित करेंगी।

बहरहाल, पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार शुरू होने के बाद इतना साफ हो चुका है कि महागठबंधन के घटक दलों में साझा प्रचार अभियान नहीं चलेगा। नीतीश कुमार, सोनिया गांधी और लालू यादव के रथ अलग-अलग दिशाओं में ही दौड़ेंगे।

हालांकि इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि प्रचार के लिए समय कम है और क्षेत्र ज्यादा। ऐसे में बड़े नेताओं की संयुक्त सभाएं संभव नहीं हैं। इसलिए तीनों दलों के बड़े नेताओं की कोशिश है कि अलग अलग प्रचार कर ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक पहुंचें।

वजह चाहे जो बताई जा रही है, लेकिन पश्चिम चंपारण में 19 सितंबर को हुई कांग्रेस की रैली के दौरान ही संकेत मिल गया था कि जदयू, राजद और कांग्रेस में सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है। राहुल गांधी की चुनावी सभा में न तो लालू प्रसाद गए थे और न ही नीतीश कुमार ने जाना उचित समझा था। तीन अक्टूबर को तीनों दलों के बड़े नेताओं के अलग-अलग कार्यक्रम बने हैं।

गौरतलब है कि चुनाव की घोषणा से पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने दावा किया था कि तीनों दलों का साथ-साथ प्रचार अभियान चलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन के प्रत्याशियों की संयुक्त घोषणा के बाद तीनों दलों में एकजुटता के दावे भी किए जा रहे थे, लेकिन यह एकता बाद के कार्यक्रमों में नहीं दिखी।