बाबा महाकाल ने मनमहेश स्वरूप में दिए दर्शन।

उज्जैन. सावन सोमवार पर भूतभवान भगवान महाकालेश्वर की पहली शाही सवारी ठाट-बाट से निकली। चांदी की पालकी में सवार होकर प्रजा का हाल जानने निकले बाबा महाकाल के श्री मनमहेश स्वरूप के दर्शन पाकर भक्त धन्य हो गए। सवारी में शामिल होने देशभर से हजारों की तादात में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे। सवारी में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी शामिल हुए।

महाकाल मंदिर प्रांगण से सवारी के रवाना होने से पहले कोटी तीर्थ कुण्ड के सामने मनमहेश स्वरूप में विराजित महाकाल के चांदी के मुखौटे का मंदिर के पुजारियों द्वारा पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद शंख की ध्वनि के साथ महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर मंदिर परिसर से बाहर निकले, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद बाबा प्रजा का हाल जानने लाव लश्कर के साथ रवाना हुए।

हसवारी में शामिल होने आए देशभर से हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन होने ही जय महाकाल के जयघोष ला गए। सवारी में विभिन्न वेश-भूषा पहने भक्त नाच-गाकर सवारी की शोभा बढ़ा रहे थे। वहीं हजारों की संख्या में सड़क किनारे खड़े भक्त बाबा की एक झलक पाने को लालायित दिखे। सवारी अपने निर्धारित मार्गों से होते हुए शिप्रा नदी के रामघाट पहुंची, जहां विधि-विधान से महाकाल का जलाअभिषेक और पूजन अर्चन किया गया। इसके बाद नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सवारी महाकाल मंदिर पहुंचेगी। जहां सवारी का समापन हुआ। सवारी में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कडे इंतजाम किए गये थे।