देवासगेट पुलिस और शांतिदूत टीम को बुधवार को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब बुधवार को चोरी की बाइक से जा रहे मताना निवासी कमल पिता मोतीराम पोरगी और इंदौर के पितावली निवासी सरवन हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने दोनो के कब्जे से 11 और उनके दो अन्य साथियों के पास से सात चोरी की बाइक बरामद की।

बुधवार को देवासगेट पुलिस और शांतिदूत टीम चामुंडा माता मंदिर चौराहे पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी बीच पुलिस ने बाइक (एमपी 13 एमजी 8988) से जा रहे दो युवकों को गाड़ी के कागजात चेक करने के लिए रोका। दोनों कागजात नहीं दिखा सके तो पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, जिस पर दोनों ने बाइक के चोरी की होना स्वीकार कर लिया।

कमल के घर से पुलिस ने छह और सरवन के कब्जे से पांच मोटर बाइक बरामद कर ली। कड़ी पूछताछ में दोनों ने बाइक चुराने में मदद करने वाले हरिफाटक स्थित गैराज मालिक अहेतेशामुलहक और तोड़ी मांगलिया निवासी धर्मेद्र का नाम बताया। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से सात और बाइक बरामद की। एसपी अनुराग ने बताया कि बरामद गाडियों में से 10 उज्जैन और आठ देवास व इंदौर से चुराई गई है।

शातिर अपराधी है कमल

एसपी अनुराग ने बताया कि चोर गिरोह का सरगना कमल शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ माधवनगर और उन्हेल थाने में दो लूट और नीलगंगा थाने में चार वाहन चोरी के प्रकरण दर्ज हैं।

एसपी ने सराहा

बाइक चोर गिरोह का खुलासा और उनसे डेढ़ दर्जन गाडियों की बरामदगी पर एसपी अनुराग ने टीम की सराहना की है। गिरोह का पर्दाफाश करने वालों में टीआई योगेंद्रसिंह सिसौदिया, आरएस भदौरिया, आरक्षक दिनेश सिंह, मुरलीधर, मानसिंह, दिग्विजय सिंह, कन्हैयालाल, दिनेश बैस, राहुल कुशवाह, तेजकरण, पीयूष्ा मिश्रा, कुलदीप भारद्वाज, कन्हैया व फिरोज खान शामिल रहे।