रतलाम/आलोट। जिले के बरखेड़ा-सीतामऊ मार्ग पर चंबल नदी की रपट पार करते समय एक युवक पानी में बह गया। वह मंदसौर जिले के ग्राम लवारी (सीतामऊ) से अपनी छोटी बहन को लेकर रक्षाबंधन पर्व के लिए घर लौट रहा था। युवक का शव 26 घंटे बाद चंबल नदी में मिला।

जानकारी के अनुसार विनोद पिता रतनलाल सूर्यवंशी (25) निवासी ग्राम चापलाखेड़ी (ताल) शुक्रवार सुबह रक्षाबंधन पर्व के लिए अपनी छोटी बहन कृष्णाबाई पति राजू निवासी ग्राम लवारी (मंदसौर) को लेने के लिए ग्राम लवारी गया था। शनिवार दोपहर में वह बहन को साथ लेकर बाइक से चापलाखेड़ी के लिए रवाना हुआ। विनोद के जीजा राजू व किशोर दूसरी बाइक से उनके साथ रपट तक आए। रपट पर दो से ढाई फीट पानी बह रहा था। बहन को उतारकर विनोद बाइक पर सवार होकर यह देखने लगा कि वे निकल सकते हैं या नहीं। उनके साथ दूसरी बाइक पर राजू व किशोर भी रपट पार करने लगे। तभी संतुलन बिगड़ने से विनोद बाइक सहित पानी में गिर गया। किशोर व राजू उसे बचाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बीच किशोर भी पानी में बहने लगा। राजू तैरना जानता था। उसने जैसे-तैसे किशोर को पकड़ा और बचाकर बाहर निकाल लाया। ग्रामीणों ने देर शाम तक नदी में विनोद की खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिला।

मछली के जाल में फंसा शव

रविवार सुबह पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से विनोद का शव तलाशने के लिए पुनः मुहिम शुरू की। दोपहर करीब तीन बजे रपट से कुछ दूर मछली पकड़ रहे शाहिद निवासी बरखेड़ा ने नदी में मछली का जाल फेंका। जाल में मछली की जगह विनोद का शव आ गया। इसके बाद शाहिद शव के पास पहुंचा और बाहर निकालकर लाया। बरखेड़ा थाना प्रभारी आरएस डाबर ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए आलोट भिजवाया गया है।

गड्ढे के कारण बहा

राजू ने बताया कि विनोद उनके आगे चल रहा था। रपट की सड़क पर गड्ढें हो गए हैं। गड्ढे में बाइक फंसने से विनोद का संतुलन बिगड़ा और वह बाइक सहित पानी में जा गिरा।

28 दिन से बंद हैं रास्ता

बरखेड़ाकला-सीतामऊ मार्ग की उक्त रपट पर पानी आने से करीब एक माह से यह रास्ता बंद है। गत 18 जुलाई को जिले में हुई मूसलधार पानी से अन्य नदी-नालों के साथ ही चंबल नदी की यह रपट भी ऊफान पर आ गई थी। जब से रपट पर अभी तक पानी भरा हुआ है। कई ग्रामीण जैसे-तैसे बाइक से या पैदल आवागमन कर रहे हैं। बड़े वाहन व बसों का आवागमन जावरा या चौमहला के रास्ते से सीतामऊ व मंदसौर के लिए हो रहा है। -निप्र