बदलेगा भाजपा का चेहरा, राम माधव को मिलेगी अहम जिम्मेदारी!
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारकों की बैठक में सोमवार को भाजपा के संगठनात्मक बदलाव को लेकर चर्चा हुई। इसमें राष्ट्रीय, प्रदेश अध्यक्षों और संगठन महामंत्रियों के नामों को लेकर विचार विमर्श किया गया। जहां-जहां के संगठन महामंत्रियों की शिकायतें आई हैं, उनमें भी बदलाव करने का मन संघ ने बनाया है। संगठन के साथ संघ सरकार पर भी पकड़ ढीली नहीं होने देना चाहता है इसलिए आनुषांगिक संगठनों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि जिस क्षेत्र में वे काम कर रहे हैं, केंद्र सरकार के उस विभाग की निगरानी करें। इसके साथ ही संघ ने मीडिया का काम संभालने वाले राम माधव की सेवाएं भाजपा को सौंप दी। संभावना है कि वे संगठन महामंत्री रामलाल का स्थान लेंगे। इसके अलावा यूपी के शिवप्रकाश को भी भाजपा के हवाले कर दिया है।
कटघरे में कार्यशैली
संघ के कोरग्रुप की बैठक में सोमवार को संगठनात्मक बदलाव का मुद्दा अहम रहा। दिग्गजों ने प्रदेश स्तर पर तैनात भाजपा के संगठन महामंत्रियों के कामकाज को लेकर चिंता व्यक्त की गई। अनौपचारिक चर्चा में कई ऐसे मुद्दों पर चर्चा हुई। जिसमें उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री रहे राकेश जैन का मामला गंभीर रहा। बैठक में बताया गया कि जैन के बारे में संघ नेताओं को कई तरह की शिकायतें मिली थीं। एक पखवाड़े पहले उन्हें हटाकर सुनील बंसल को यूपी का संगठन महामंत्री बनाया गया। संघ के नाम पर जैन मनमाने फैसले ले रहे थे। लोकसभा चुनाव में भी उनकी भूमिका को विफल माना गया। संघ नेताओं ने कहा कि प्रचारकों की इस तरह की शिकायतें आई तो उन्हें दोबारा महत्वपूर्ण पदों पर नहीं रखा जाएगा। इसी तरह जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां के संगठन महामंत्रियों के खिलाफ भी संघ के पास अनजाने चेहरों को आगे लाने और पार्टी में तवज्जो दिए जाने से कार्यकर्ताओं की नाराजगी बढ़ने की शिकायतें आई थीं। इसके अलावा जिन राज्यों में संगठन महामंत्रियों को तीन साल से ज्यादा समय हो गया है, उनके स्थान पर भी नए लोगों को भेजने पर चर्चा हुई। झारखंड और राजस्थान में ये पद खाली पड़े हैं। दोनों ही राज्यों के लिए संभावित नामों पर भी विचार किया गया। इसी तरह एबीवीपी से भाजपा में भेजे गए वीडी शर्मा को नई जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर भी चर्चा हुई।
अमित शाह पर संशय
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह का उत्तराधिकारी कौन होगा, इसे लेकर भी संघ की बैठक में चर्चा हुई। सूत्र बताते हैं कि यूपी के प्रभारी रहे अमित शाह को अध्यक्ष बनाए जाने पर संघ का कोरग्रुप फिलहाल और मंथन करना चाहता है । चर्चा में दिग्गजों ने कहा कि सत्ता और संगठन की कमान एक ही राज्य को दिए जाने से पार्टी में संतुलन बिगड़ेगा। शाह के अलावा हिमाचलप्रदेश के जगतप्रकाश नड्डा के नाम पर भी कोर ग्रुप ने चर्चा की। विकल्प के रूप में गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के नाम पर भी विचार किया गया।
मोदी के कामकाज पर संतोष
संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज पर संतोषष जताया। ऐसा माना गया है कि अब तक संघ की सोच को ही मोदी ने आगे बढ़ाया है। चाहे मामला धारा 370 को लेकर हो या कश्मीरी पंडितों की वापसी का अथवा गुलाम कश्मीर का मसला हो। इराक से नर्सो और मजदूरों को सुरक्षित भारत लाए जाने के डिप्लोमेटिक कदम की भी संघ नेताओं ने सराहना की। चर्चा में विकास, महंगाई और आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर मोदी सरकार को प्राथमिकता से काम करने का सुझाव देने की बात भी कही गई।
चेक एण्ड बेलेंस बनाएगा संघ
संघ नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को तो खुली छूट दे दी लेकिन बाकी विभागों और मंत्रियों के कामकाज पर मजबूत पकड़ बनाने का फैसला किया है। इस चेक एंड बेलेंस की बागडोर संघ के ही आनुषांगिक संगठनों को दी जाएगी। जो संगठन जिस क्षेत्र में काम कर रहा है, उससे संबंधित विभाग के लिए वह वॉचडॉग की भूमिका अदा करेगा। यानी भारतीय किसान संघ है तो वह कृषि मंत्रालय पर नजर रखेगा।
मेनन रहे सक्रिय
संघ के प्रचारकों की बैठक के दौरान ही प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन भी मोहनखेड़ा पहुंचे। मेनन कई बार बैठक स्थल पर गए, जहां उन्होंने भैया जोशी से मुलाकात की।
मुक्त सत्र के बाद प्रचारक रवाना
सोमवार को सभी प्रचारकों को सरसंघचालक मोहन भागवत ने संबोधित किया। इसके बाद अधिकांश प्रचारक अपने अपने क्षेत्रों के लिए रवाना हो गए। राजस्थान के दुर्गादास, श्रीकृृष्ण माहेश्वरी, भाजपा के वी सतीश, विश्व हिंदू परिषद के चम्पतलाल, राजेंद्र कुमार सहित वरिष्ठ नेता मदनदास देवी भी बैठक के बाद चले गए।
कोरग्रुप करेगा मंथन
संघ के सरसंघचालक सहित 11 वरिष्ठ लोगों का कोरग्रुप मंगलवार को फिर एक बार अहम मुद्दों पर चर्चा करेगा। इसके बाद संघ की इस बैठक का औपचारिक समापन हो जाएगा। सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंगलवार को कुछ नेताओं को भी मिलने का वक्त दिया है।