फ्रांस के राजदूत ने पाकिस्‍तानी पायलटों को राफेल विमानों का प्रशिक्षण देने की खबर को ‘फेक’ बताया

फ्रांस के राजदूत ने पाकिस्‍तानी पायलटों को राफेल विमानों का प्रशिक्षण देने की खबर को 'फेक' बताया
फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जिग्लर ने उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिनमें पाकिस्‍तानी वायुसेना के पायलटों को राफेल विमानों का प्रशिक्षण देने की बात कही गई है।

नई दिल्‍ली, एजेंसी। भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जिग्लर ने बृहस्‍पतिवार को उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिनमें पाकिस्‍तानी वायुसेना के पायलटों को राफेल विमानों का प्रशिक्षण दिए जाने की बात कही गई है। फ्रांस के राजदूत ने कहा, ”मैं तस्‍दीक करता हूं कि यह फेक न्‍यूज है।”

गौरतलब है कि विमानन क्षेत्र की वेबसाइट ainonline.com ने दावा किया है कि नवंबर 2017 में कथित तौर पर कतर एयरफोर्स की ओर से पाकिस्तानी पायलटों को फ्रांस में राफेल विमान उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया था। ये पाकिस्‍तानी पायलट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कतर गए थे। इस खबर के आने के बाद भारत में राफेल विमान को लेकर सियासी माहौल और गरमाने लगा था। बता दें कि फाइटर जेट निर्माता कंपनी दसॉल्ट इसी वर्ष सितंबर में भारत को राफेल विमानों की पहली खेप सौंपने वाली है।

बता दें कि राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद केंद्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को राफेल मामले में सरकार की आपत्तियों को खारिज कर दिया था। साथ ही अदालत ने पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए राफेल डील से संबंधित तीन दस्तावेजों को सबूत के तौर पर स्वीकार करने की अनुमति प्रदान कर दी थी। अब शीर्ष अदालत इन दस्तावेजों के आधार पर पुनर्विचार याचिका पर आगे की सुनवाई करेगी।