उज्जैन। वर्ष 2014 के सोमवार को पोष मास कृष्ण पक्ष की आखिरी अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान किया। विशेष योग के साथ आई कुहू सोमवती अमावस्या पर रात १२ बजे से ही स्नान का दौर सोमतीर्थ कुंड पर शुरू हो गया था। सुबह ब्रह्ममुहुर्त में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने स्नान-ध्यान कर सूर्यदेव को जल अघ्र्य कर देव दर्शन किए। लेकिन सोमवार को श्रद्धालुओं की आस्था ठंड पर भी भारी रही।भीड़ अधिक होने से देवास गेट, इंदौर गेट सहित कई इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त देखी गई। अमावस्या पर स्नान व दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ रही। वर्ष २०१४ की आखिरी अमावस्या पर देर रात से ही ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के शहर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।
सोमवती अमावस्था पर सोमतीर्थ कुंड पर स्नान करने को लेकर श्रद्धालु देर रात से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। सोमवार सुबह हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शिप्रा के तट पर स्नान किया। प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं के लिए सोमतीर्थ कुंड पर फव्वारें का बंदोबस्त किया। श्रद्धालुओं ने इस व्यवस्था का लाभ उठाया।