करीब महीने भर पहले पाकिस्तान में पेशावर के एक आर्मी स्कूल में तालिबानी आतंकियों ने बच्चों और अध्यापकों सहित कुल 141 लोगों की हत्या कर दी थी. उस दिल दहला देने वाली घटना के बाद सोमवार को पहली बार स्‍कूल खुल रहा है. यहां स्कूल में उन मृत बच्चों और टीचर्स को याद किया जाएगा और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी.पिछले महीने 16 दिसंबर को तालिबानी आतंकियों ने इस स्कूल में खून की होली खेली थी. पाकिस्तान के अन्य स्कूल तो पहले ही खुल चुके हैं. तालिबान ने इस नरसंहार के लिए पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकियों के ख‍िलाफ चल रही कार्रवाई को जिम्मेदार बताया. इस हमले में 132 बच्चों सहित कुल 141 लोगोंकी मौत हुई थी, जबकि 120 अन्य बुरी तरह से घायल हो गए थे. हमले के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने सातों आतंकवादियों को मार गिराया था.

पाकिस्तान के स्कूल में हुए इस नरसंहार की दुनियाभर में आलोचना हुई थी. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि आतंकियों ने एक बार फिर अपनी दुष्टता दिखाई. यही नहीं अफगान तालिबान ने भी स्कूल में घुसकर इस तरह बच्चों की हत्या की निंदा की थी. भारत में भी संसद ने इस हमले में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि दी थी.

पाकिस्तान में हुए इस हमले के बाद भारत में भी देशभर के स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.उस दिन आतंकी सिक्योरिटी फोर्स की वर्दी में आर्मी स्कूल में घुस गए थे. आतंकियों ने स्कूल में घुसने से पहले बाहर खड़ी गाड़ि‍यों को अपना निशाना बनाया, जबकि फायरिंग और धमाकों के कारण स्कूल की इमारत को भी भारी नुकसान हुआ. आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली थी. पाकिस्तानी सेना ने स्कूल से करीब 960 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया था.