पेटलावद हादसे के मुख्य आरोपी राजेंद्र कांसवा पर एक लाख का इनाम
झाबुआ। पेटलवाद हादसे के मुख्य आरोपी राजेंद्र कांसवा पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। यह घोषणा खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है।
शनिवार रात से रविवार शाम तक पुलिस ने कांसवा की तलाश में कई स्थानों पर दबिशें दीं। कांसवा की तलाश के लिए पुलिस ने एक अलग टीम भी बना दी है। इधर राजेंद्र कांसवा और उसके करीबियों को लेकर स्थानीय नागरिकों में खासा आक्रोश है।
पुलिस कर रही कॉल ट्रेस
पुलिस ने कांसवा के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल निकलवाई है। रतलाम और आसपास के जिलों में कांसवा के रिश्तेदारों और परिचितों से भी पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि हादसे के बाद से ही कांसवा फरार हो गया था। उसके गुजरात अथवा राजस्थान जाने की सूचना है।
पहले चर्चा चली कि कांसवा ने खोली थी दुकान
शनिवार को हादसे के बाद यह चर्चा चली थी कि पहले धमाके के बाद कांसवा ने ही दुकान खोली थी। मगर बाद में बताया गया कि कांसवा के नौकर ने दुकान खोली। हालांकि इस तथ्य की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई कि दुकान किसने खोली थी।
घर और गोदाम के बाहर पुलिस का पहरा
महावीर कॉलोनी स्थित राजेंद्र कांसवा के घर के बाहर और दुकान पर पुलिस का पहरा है। शनिवार को हादसे के बाद पुलिस ने उसके घर और पास के गोदाम को सील कर दिया था। उसके भाई की दुकानों पर भी यही कार्रवाई की गई। महावीर कॉलोनी में ही तुलसी विद्या स्कूल है। अगर यहां धमाका होता तो और बढ़ा हादसा हो सकता था।
भाई के नाम पर था लायसेंस
सूत्र बताते हैं कि राजेंद्र कांसवा के पास डिटोनेटर रखने का लायसेंस था ही नहीं। स्थानीय नागरिकों के अनुसार लायसेंस उसके भाई झमकलाल के नाम पर था। बता दें कि झमकलाल 10 साल पहले ही डिटोनेटर फटने से मारा गया था।
मुंबई, इंदौर और गुजरात रहते हैं रिश्तेदार
पुलिस ने बताया कि कांसवा का ससुराल झाबुआ में है। मगर उसके अधिकांश रिश्तेदार मुंबई, इंदौर और गुजरात में रहते हैं। राजेंद्र कांसवा का भाई तेरापंथ जैन समाज का स्थानीय अध्यक्ष भी है।




